Kiw. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को युद्धग्रस्त देश यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा की. लगभग दस घंटे की ट्रेन यात्रा के बाद कीव पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का भारतीय समुदाय के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके तुरंत बाद मोदी ने यूक्रेन राष्ट्रीय संग्रहालय में शहीदों की एक प्रदर्शनी का मुआयना किया, जहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने गर्मजोशी से प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया और उन्हें गले लगाया. जेलेंस्की के साथ बातचीत से पहले मोदी ने यूक्रेन की राजधानी में सत्य और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की. जेलेंस्की से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध में भारत का रुख कभी भी निष्पक्ष नहीं था, बल्कि वह हमेशा शांति का पक्षधर रहा है. यूक्रेनी राष्ट्रपति से बातचीत में पीएम मोदी ने संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से समस्या का समाधान नहीं होता है. बातचीत और कूटनीति से समस्या हल होती है. दोनों पक्ष आपस में बातचीत शुरू करें. बिना समय गंवाए रूस-यूक्रेन बात करें. प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति के प्रयास में भारत सक्रिय भूमिका निभायेगा.
3 घंटे तक चली बैठक
मोदी और जेलेंस्की के बीच यूक्रेन के मैरिंस्की पैलेस में करीब तीन घंटे बैठक हुई. इस दौरान उन्होंने जेलेंस्की को भारत आने का न्योता दिया. दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच अधिकतर चर्चा यूक्रेन में युद्ध के संबंध में हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी और जेलेंस्की ने अंतर-सरकारी आयोग को विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक संबंधों के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने का जिम्मा सौंपा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने जंग के बीच यूक्रेन की मानवीय सहायता के लिए जेलेंस्की को ‘भीष्म’ मेडिकल क्यूब दिये. यह एक उन्नत पोर्टेबल मोबाइल अस्पताल यूनिट है. इस पोर्टेबल अस्पताल का मकसद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से मेडिकल सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता को उजागर करना है. ये वैश्विक मानवीय प्रयासों में देश की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है. भीष्म क्यूब के जरिये आपदा और युद्धग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को जल्द इलाज पहुंचे, ये कवायद की गयी है.
यूएन को मोदी की यात्रा से उम्मीद
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने उम्मीद जतायी है कि प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने में योगदान देगी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर कहा कि हमने कई राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों को इस क्षेत्र की यात्रा करते देखा है (और) हमें उम्मीद है कि ये सभी यात्राएं हमें महासभा के प्रस्तावों, अंतरराष्ट्रीय कानून और क्षेत्रीय अखंडता के अनुरूप संघर्ष के अंत के करीब ले जायेंगी.