New Delhi. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को शिक्षक दिवस पर नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले देशभर से 50 शिक्षकों को ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024’ से सम्मानित किया. इस दौरान झारखंड के बोकारो जिला के प्लस टू हाइस्कूल चंदनकियारी की संस्कृत की शिक्षिका डॉ आशा रानी भी सम्मानित की गयीं. वह संस्कृत श्लोक और गीतों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करती हैं और आइसीटी का प्रयोग कर संस्कृत को लोकप्रिय बनाने में जुटी हैं. विद्यार्थियों को संस्कृत विषय में दक्ष बनाने के लिए डॉ आशा रानी ने चुनौतियों को अपनाकर स्थानीय भाषाओं में संस्कृत के मिलते-जुलते शब्दों के जरिये संस्कृत पढ़ाना सिखाया.
इसके बाद गीत, नाटक, खेल, श्लोक के माध्यम से भी बच्चों में संस्कृत के प्रति रुचि जगा रही हैं. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाने और उन शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए हर साल प्रदान किए जाते हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है. प्रत्येक पुरस्कार में योग्यता प्रमाण पत्र, 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक रजत पदक दिया जाएगा. पुरस्कार विजेताओं को प्रधानमंत्री से बातचीत करने का अवसर भी मिलेगा.