Ranchi. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 32,000 लाभार्थियों को रविवार को डिजिटल माध्यम से स्वीकृति पत्र वितरित किए और मकानों के निर्माण के लिए 32 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की. उन्होंने देशभर में पीएमएवाई-जी के 46,000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से चाबियां भी सौंपीं. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘सभी के लिए आवास मुहैया कराने की प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री ने झारखंड के 32,000 प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए. उन्होंने लाभार्थियों को सहायता की पहली किस्त जारी की. प्रधानमंत्री ने 46,000 लाभार्थियों के ‘गृह प्रवेश’ समारोह में भी भाग लिया.’’
केंद्र ने पीएमएवाई-जी योजना के तहत झारखंड में गरीबों के लिए 1,13,400 मकानों को मंजूरी दी है.
मोदी ने रांची से लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि पीएमएवाई-जी की पहली किस्त जारी कर दी गई है और योजना के तहत हजारों मकान भी सौंपे गए हैं. बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) की पहली किस्त आज जारी की जा रही है, जिसके तहत हजारों लाभार्थियों को पक्के घर मिलेंगे. पीएमएवाई-जी के अलावा शौचालय, पेयजल, बिजली, गैस कनेक्शन जैसी अन्य सुविधाएं भी प्रदान की गईं.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब किसी ‘‘परिवार को अपना घर मिलता है तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है.’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से झारखंड के लोगों के लिए पक्के मकानों के अलावा गांवों और शहरों में हजारों नौकरियां भी पैदा की जा रही हैं. मोदी ने यह भी कहा कि झारखंड और देश के अन्य हिस्सों के आदिवासी भाई-बहनों के लिए प्रधानमंत्री-जनमन योजना संचालित की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘योजना के माध्यम से उन जनजातियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, जो अब भी पिछड़ी हुई हैं. इन परिवारों को घर, सड़क, बिजली और शिक्षा प्रदान करने के लिए अधिकारी उन तक पहुंच रहे हैं. इस तरह के प्रयास ‘विकसित झारखंड’ को लेकर मेरी प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं. हम झारखंड के सपनों को पूरा करेंगे.’’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि 2014 के बाद से देश के गरीब, दलित, वंचित और आदिवासी परिवारों को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.उन्होंने कहा कि झारखंड समेत देशभर में आदिवासी समुदाय के लिए पीएम-जनमन योजना चलाई जा रही है. मोदी ने खराब मौसम के कारण कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच पाने के लिए झारखंड के लोगों से माफी मांगी. खराब मौसम की वजह से मोदी का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका और उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करना पड़ा.