Ranchi.असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि झारखंड की मंईयां हेमंत सरकार से 60 हजार रुपये मांग रही हैं, लेकिन सरकार एक-एक हजार रुपये देकर बरगलाने का काम कर रही है. अगर हेमंत सरकार को यह योजना लाना ही था, तो इसे सरकार बनते क्यों नहीं लाया. चुनाव से एक माह पहले क्यों सरकार को मंईयां की याद आयी. झारखंड की मंईयां को पांच साल में एक-एक हजार प्रतिमाह के हिसाब से 60 हजार रुपये देने चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान पर कि अगर केंद्र से 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया मिल जाता है, तो मंईयां सम्मान की राशि दो हजार कर देंगे.
इस सवाल पर श्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार यहां मां-बहनों के साथ शर्त लगा रही है, जबकि हम कह रहे हैं कि भाजपा की सरकार बनने के पहले माह से गोगो दीदी योजना का लाभ मिलना शुरू हो जायेगा. कल्पना सोरेन के यह कहे जाने पर कि जेल जाने की वजह से मंईयां सम्मान योजना में हुआ विलंब के सवाल पर श्री सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन दो माह ही जेल गये. जेल से भी वही सरकार चला रहे थे. झारखंड में जेल में रहना व बाहर रहना एक ही बराबर है. अभी जो लोग झारखंड जेल में बैठे हैं, वहीं से ट्रांसफर पोस्टिंग करा रहे हैं. विधानसभा नियुक्ति घोटाला की सीबीआइ जांच के आदेश पर कहा कि इसका अच्छा परिणाम आयेगा. झारखंड में नियुक्ति को पारदर्शी बनाना युवाओं की मांग है. उन्होंने कहा कि विदेश में राहुल गांधी ने स्पष्ट बोल दिया है कि आरक्षण खत्म कर देंगे. यह ऑन रिकॉर्ड है. इस पर राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए.