Galudih.शुक्रवार को सुवर्णरेखा दिगड़ी डैम दायीं नहर विस्थापित संघर्ष समिति द्वारा सुवर्णरेखा बहुउदेशीय परियोजना के कार्यपालक अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया. कहा कि हम सभी दिगड़ी, कुमीरमुड़ी, रोआम, चापड़ी, नेतरा, चाकुलिया, केंदाडीह, तेरेंगा व बेनाशोल के कुल नौ गांवों के लगभग आठ हजार से भी अधिक ग्रामीण बसते हैं. हम सभी गांवों के ग्रामीण कृषि पर आश्रित है और हमारी जीविका कृषि पर निर्भर है. लगभग 20 वर्ष पूर्व सरकार के निर्देशानुसार हमारे क्षेत्र से ओड़िशा को सिंचाई के लिए नहर से पानी दिया जा रहा और यहां के नौ गांवों के किसानों को पानी नहीं मिलता. हमारा पानी बह कर ओड़िशा जाता है, पर हमारे खेत सूखे हैं. नौ गांवों के अधिकांश लोग किसान हैं जो साल में एक बार धान की खेती करते हैं. परियोजना दिगड़ी से बाड़ाघाट गांव तक के किसानों को अगर दायीं नहर से पानी दे तो इस क्षेत्र में किसान सालों भर खेती कर पायेंगे. ग्रामीणों ने कहा कि 15 दिनों के अंतराल में उक्त मांगो पर सकारात्मक पहल नहीं की गयी तो अपने अधिकारों को लेकर उग्र आंदोलन करने पर विवश होंगे. मौके पर अनेक विस्थापित और किसान उपस्थित थे.
Galudih News: गालूडीह बराज डैम के विस्थापितों ने की बैठक, आंदोलन की चेतावनी, अपनी मांगों को लेकर कार्यपालक अभियंता को सौंपा ज्ञापन
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