Jamshedpur. काम अधिक और पैसा सुविधा कम का नारे को लेकर जमशेदपुर समेत पूरे राज्य भर के आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाएं हड़ताल पर हैं. राज्य के 38432 आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच अक्टूबर से ताले लटक गए हैं. इन्हें आशा थी कि आठ अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक में राज्य की हेमंत सोरेन सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी और कोई निर्णय लेगी. मगर सरकार ने कोई विचार नहीं किया गया. इससे नाराज आंगनबाड़ी केंद्रों के सहायिका और सहायिकाएं आर-पार के मूड में नजर आ रही हैं.आंगनबाड़ी सेविका केंद्र और राज्य की सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम करती हैं. पहले से उनके पास आंगनबाड़ी केंद्र को चलाने, बच्चों को पढ़ाने और उन्हें मिल डे मिल खिलाने की जिम्मेवारी है. स्वास्थ्य विभाग, पोषण, पल्स पोलियो अभियान सहित अन्य सभी सरकारी योजनाओं का जिम्मा उनके कंधे पर है. उपर से चुनाव में बीएलओ की ड्यूटी में भी उन्हें लगा दिया जाता है. काम अधिक मगर पैसा और सुविधा नहीं के बराबर. इसलिए वे लोग अपनी मांगों को लेकर आंदोलन में हैं.
Jamshedpur News: आंगनबाड़ी केंद्रों में लटके ताले, अपनी मांगों को लेकर पांच अक्टूबर से सेविका-सहायिकाएं हैं हड़ताल पर, वोट बहिष्कार की चेतावनी
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