Goilkera.गोइलकेरा की साप्ताहिक हाट में सोमवार को जल, जंगल और जमीन के अगुवा रहे देवेंद्र माझी का शहादत दिवस मनाया गया. इसमें सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि दी. मुख्य अतिथि के रूप में सूबे के आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा ने कहा भाजपा दोबारा सत्ता में आयी तो फिर से स्कूल बंद होंगे और बिजली महंगी हो जायेगी. उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य में विकास की कई योजनाएं शुरू की है. इससे छात्र, किसान, गरीब और महिलाएं सभी लाभान्वित हो रहे हैं. मंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मांगों को दोहराते हुए केंद्र सरकार से बकाया एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये लौटने की मांग की. कहा कि यदि केंद्र सरकार यह पैसा लौटा देती है, तो राज्य और तेज गति से विकास के पथ पर दौड़ने लगेगा. देवेंद्र माझी को गरीबों का सच्चा मसीहा बताते हुए कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि उनके विचारों को आगे बढ़ायें.कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन की ओर से परिसंपत्तियों का वितरण लाभुकों के बीच किया गया. मंत्री दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन और सांसद जोबा माझी के हाथों मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत संगीता नायक, अमर मलिक, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत नीतू कुमारी, फूलो झानो आशीर्वाद योजना का लाभ शांति कुमारी को चेक प्रदान किया गया. इसके अलावा अन्य योजनाओं से संबंधित परिसंपत्तियों का वितरण किया गया.
देवेंद्र माझी के संघर्षों के कारण ही हमारा अस्तित्व है : रामदास
वहीं जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन ने कहा देवेंद्र माझी के आंदोलन और संघर्षों के कारण ही हमारा अस्तित्व बचा हुआ है. उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि 18 साल के शासन में भाजपा ने आदिवासी अधिकारों को कमजोर करने का काम किया. रघुवर दास का शासन नहीं कुशासन था. उन्होंने केंद्र सरकार से बकाया राशि की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार राशि लौटा देती हैं तो हम राज्य से पलायन को रोक देंगे. उन्होंने आने वाले चुनाव में फिर से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनाने की अपील की. इससे पूर्व दोनों मंत्रियों ने गोइलकेरा बाजार स्थित शक्ति स्थल पर देवेंद्र माझी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
देवेंद्र माझी के बलिदान से मिला वनपट्टा का अधिकार : जोबा
दिवंगत पति देवेंद्र माझी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सांसद जोबा माझी ने कहा देवेंद्र माझी ने कोल्हान- सारंडा में जो संघर्ष और आंदोलन चलाया था उसी का परिणाम है कि वन अधिकार कानून पारित किया गया. माझी साहब के सपनों को पूरा करने के लिए लगातार वह संघर्षरत हैं. कानून बनाने के बाद सबसे पहले वर्ष 2008 में गोइलकेरा के सुदूर टाटीबेड़ा गांव में वनाधिकार का पट्टा वितरण किया था. कहा कि देवेंद्र माझी के विचारों और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेगी. मौके पर उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए फिर से सरकार बनाने की अपील की.
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