Ranchi. इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर अभी तक पेंच फंसा हुआ है, जिसे सुलझाने की दिशा में प्रयास जारी है. सबसे अधिक नाराजगी राजद खेमे में देखी जा रही है. झामुमो और कांग्रेस राजद को सात से अधिक सीट देने के लिए राजी नहीं है. जिसको लेकर रविवार को भी राजद खेमे में गहमा-गहमी जारी है. हालात की गंभीरता इसी से समझी जा सकती है कि खुद तेजस्वी यादव और मनोज झा होटल रेडिशन में जमे हैं और सुबह से ही होटल में गहमा-गहमी जारी है. कांग्रेस के आला नेता राहुल गांधी, राजद के तेजस्वी यादव सहित राजद की पूरी टीम रांंची में थी. सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में दिनभर मंथन हुआ. फिलहाल सहमति बनी है कि झामुमो के खाते में 41 से 42 सीटें जा सकती है. वहीं, कांग्रेस 28-29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं वाम दलों को चार सीटें मिल सकती है. माले को बगोदर, निरसा और राजधनवार या सिंदरी मिल सकता है. वहीं सीपीआइ को भी एक सीट देने की चर्चा है. गठबंधन में राजद को पांच से छह सीट देने की तैयारी है.
माले चार सीट से पीछे हटने को तैयार नहीं
इधर माले भी अपने तेवर तल्ख कर लिये हैं. माले पहले से पांच सीट मांग रही थी, लेकिन जमुआ के सीटिंग विधायक केदार हाजरा के झामुमो में शामिल हो जाने के बाद जमुआ सीट अब झामुमो के खाते में आ चुकी है. अब माले निरसा से अरूप चटर्जी, बगोदर से विनोद सिंह, धनवार से राजकुमार यादव ओर सिंदरी से बबलू महतो के लिए अड़ी है. यानी कि माले हर हाल में चार सीट चाहता है.
सीपीआई-सीपीएम हो सकते हैं गठबंधन से आउट
मिली जानकारी के अनुसार, वामदल खेमे से केवल माले को ही गठबंधन में जगह मिलेगी. बतातें चलें कि मासस का विलय माले में हो चुका है. इसलिए अब दो वामदल एक हो चुके हैं. ऐसे में अब कहीं से भी सीपीआई और सीपीएम के लिए जगह नहीं बच रही है. इसलिए अब करीब-करीब यह तय हो चुका है कि सीपीआई और सीपीएम गठबंधन से आउट हो जायेंगे.