Jamshedpur. झारखंड बनने के बाद से अब तक विधानसभा के चार चुनाव हो चुके हैं. लेकिन किसी एक दल को जनता ने कभी भी पूर्ण बहुमत नहीं दिया. राज्य में हमेशा गठबंधन की ही सरकार रही है. 2024 के विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक जो स्थिति है, उसमें फिर इतिहास दोहराए जाने की संभावना है. इंडिया और एनडीए गठबंधन में शामिल किसी एक दल को पूर्ण बहुमत का आंकड़ा मिलता नहीं दिख रहा है.
भाजपा 68, झामुमो 40-41सीटों पर लड़ रही चुनाव
81 सदस्यीय विधानसभा में किसी एक दल को बहुमत के लिए 41 सीटों का आंकड़ा चाहिए. भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. भाजपा के रणनीतिकार स्वीकार करते हैं कि अकेले पार्टी को 68 में 41 सीटें मिलने की उम्मीद नहीं है. उसी तरह 40-41 सीटों पर ही चुनाव लड़ने जा रही है, फिर उसे बहुमत के लिए जरूरी 41 सीटों का आंकड़ा मिलना संभव नहीं है.
2019 में झामुमो को 30, भाजपा को 25 सीटें मिली थीं
2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो सबसे अधिक 30 सीटें मिली थी। भाजपा 25, कांग्रेस 16 एवं आजसू को मात्र दो सीटें मिलीं.
राज्य में तीन बार लगा राष्ट्रपति शासन
राज्य में तीन बार ऐसे भी मौके आए, जब आपस में मिलकर पार्टियां सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत का आंकड़ा नहीं जुटा सकीं. इस कारण तीन बार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा. पहली बार 19 जनवरी 2009 से 29 दिसंबर 2009 लगभग एक साल तक, दूसरी बार एक जनवरी 2010 से 10 सितंबर 2010 लगभग नौ महीने तक और तीसरी बार 18 जनवरी 2013 से 13 जुलाई 2013 तक लगभग चह महीने तक राज्य में राष्ट्रपति शासन रहा.