Bhopal. मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले 3 दिनों में एक के बाद एक हाथियों की मौत हो रही है. कुल 9 हाथियां दम तोड़ चुकी थीं. पूरे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मौत की चिंघाड़ सुनाई दे रही है. इस घटना के बाद एमपी में हड़कंप मचा हुआ है. अभी भी एक हाथी को बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम लगी है. ऐसा देश में पहली बार हो रहा है कि इतनी संख्या में हाथियों की मौत हुई हो.
इस पूरे मामले की जांच वन विभाग के अधिकारियों की एक कर रही है. इस मामले की जांच की लिए एसटीएफ की टीम पहुंची है। डॉग स्क्वॉड की मदद से 7 खेतों और 7 घरों में तलाशी ली गई है. जहां पर हाथियों की मौत हुई है वहां से 5 किमी के दायरे में छानबीन की जा रही है. वेटनरी डॉक्टरों का कहना है कि मौत का कारण फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा.
मुख्य वन जीव अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव वी.एन. अम्बाड़े ने जांच के लिए समिति का गठन किया है. समिति के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव एल. कृष्णमूर्ति को अध्यक्ष नामांकित किया गया है. स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स भोपाल रितेश सरोठिया (प्रभारी), स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एवं हेल्थ जबलपुर, अधिवक्ता एवं मानसेवी वन्यप्राणी अभिरक्षक कटनी मंजुला श्रीवास्तव और वैज्ञानिक, राज्य वन अनुसंधान संस्थान जबलपुर को सदस्य मनोनीत किया गया है. यह समिति 10 दिन में रिपोर्ट देगी.