New Delhi. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस लोगों के सामने ‘बुरी तरह बेनकाब’ हो गई है, क्योंकि उसने उनसे ऐसे चुनावी वादे किए, जिनके बारे में खुद उसे भी लगता था कि वह कभी पूरा नहीं कर पाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उस सलाह के संदर्भ में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाइयों को केवल वही वादे करने चाहिए, जो वित्तीय रूप से संभव हों. मोदी ने कहा कि कांग्रेस अब महसूस करने लगी है कि चुनावों में झूठे वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें ठीक से लागू करना असंभव है. इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों से प्रमुख विपक्षी पार्टी के ‘अवास्तविक वादों की संस्कृति’ से सतर्क रहने का आह्वान भी किया.
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक के बाद एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश की जनता को कांग्रेस प्रायोजित अवास्तविक वादों की संस्कृति से सतर्क रहना होगा! हमने हाल ही में देखा कि हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को कैसे खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को प्राथमिकता दी जो स्थिर, प्रगति उन्मुख और काम करने वाली हो.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी महसूस कर रही है कि झूठे वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें ठीक से लागू करना कठिन या असंभव है. चुनाव दर चुनाव प्रचार करते हुए वे लोगों से ऐसी चीजों का वादा करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे उन्हें कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब, लोगों के सामने वे बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं!’’
दरअसल, कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने पिछले दिनों कहा था कि सरकार ‘शक्ति’ योजना पर फिर से विचार करेगी, क्योंकि कुछ महिलाओं ने सरकारी बसों में यात्रा के लिए भुगतान करने की इच्छा व्यक्त की है.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार की इस गारंटी के तहत महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है. खरगे ने शिवकुमार के इस बयान पर तंज कसते हुए कहा था, ‘‘आपने कुछ गारंटी दी हैं. उन्हें देखने के बाद मैंने भी महाराष्ट्र में कहा था कि कर्नाटक में पांच गारंटी हैं. अब आपने (शिवकुमार) कहा कि आप एक गारंटी छोड़ देंगे.कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि शिवकुमार ने जो कुछ भी कहा है, उससे भाजपा को मौका (कांग्रेस को घेरने का) मिल गया है. खरगे के इस बयान को इस संदर्भ में देखा गया कि चुनावी गारंटियों को पूरा करने के लिए कांग्रेस शासित कुछ राज्यों को वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है और कांग्रेस इस बात को स्वीकार कर रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जहां भी कांग्रेस की सरकारें हैं, वह चाहे हिमाचल प्रदेश में हो या कर्नाटक में या फिर तेलंगाना में, वहां विकास और राजकोषीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.उन्होंने कहा, ‘‘उनकी तथाकथित गारंटियां पूरी नहीं हुई हैं, जो कि इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है. ऐसी राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभ से वंचित रखा जाता है, बल्कि उनके लिए मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर कर दिया जाता है.मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस, विकास की परवाह करने की बजाय ‘अंदरूनी राजनीति और लूट’ में व्यस्त है.उन्होंने दावा किया कि इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान समय पर नहीं किया जाता है और तेलंगाना में किसान वादे के मुताबिक कर्ज माफ होने का इंतजार कर रहे हैं.
उन्होंने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के वेतन भत्तों से संबंधित कुछ चुनावी वादों का भी उल्लेख किया और कहा कि इन्हें पांच वर्षों में कभी भी लागू नहीं किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस कैसे काम करती है, इसके ऐसे कई उदाहरण हैं. पूरे भारत में यह भावना बढ़ रही है कि कांग्रेस को वोट देना कुशासन, खराब अर्थशास्त्र और अप्रत्याशित लूट के लिए वोट है. भारत के लोग विकास और प्रगति चाहते हैं, कांग्रेस के पुराने झूठे वादे नहीं!’’