Ranchi. रांची पुलिस प्रशासन की टीम ने चुनाव कार्य में अवैध रूप से खर्च करने के लिए रखे गये करोड़ों रुपये की सूचना पर शुक्रवार को तीन शिक्षण संस्थानों में छापेमारी की. इनमें महिलौंग स्थित सरला बिरला स्कूल व सरला बिरला यूनिवर्सिटी के अलावा अनगड़ा स्थित उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी शामिल हैं. चार से पांच घंटे तक चली छापेमारी के दौरान प्रशासन की टीम खाली हाथ लौटी. सरला बिरला स्कूल एवं यूनिवर्सिटी के कार्मिक व प्रशासनिक प्रमुख राज्यसभा सांसद सह भाजपा के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा हैं. हालांकि छापामारी के दौरान वे मौजूद नहीं थे.
सरला बिरला में कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ दूसरे चरण के चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की थी. मामले में उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन की छापेमारी के दौरान संस्थान से किसी प्रकार के अवैध कृत्य होने से संबंधित कोई सबूत नहीं मिला. छापेमारी में दंडाधिकारी के अलावा कई डीएसपी व थाना प्रभारी सहित बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी शामिल थे.
अनगड़ा स्थित उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी में हुई छापेमारी के बाद उषा मार्टिन लिमिटेड, टाटीसिल्वे के पब्लिक रिलेशन हेड मयंक मुरारी ने शुक्रवार को बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि अनगड़ा स्थित उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी उषा मार्टिन समूह का हिस्सा नहीं है. उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी में समूह की कोई हिस्सेदारी नहीं है.
पूर्व में में दो स्कूलों में हो चुकी है रेड
आपको बता दें कि इससे पूर्व रांची पुलिस ने नामकुम स्थित जेडी गोयनका स्कूल और वाईबीएन यूनिवर्सिटी में छापेमारी की थी. इस दौरान गोयनका स्कूल से एक करोड़ 14 लाख रुपया बरामद हुआ था. जबकि वाईबीएन से 67 लाख रुपया बरामद हुआ था. पूर्व में रांची पुलिस के द्वारा झारखंड विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए रांची के नामकुम स्थित जेडी गोयनका स्कूल में पैसे जमा किये जाने की सूचना मिली थी. सटीक सूचना के आधार पर रांची पुलिस की एक बड़ी टीम जिसमें कई डीएसपी, कई थानों के थानेदार शामिल थे.
टीम ने सुबह पांच बजे ही जेडी गोयनका स्कूल की घेराबंदी कर कमरों की तलाशी शुरू की, 20 से 25 कमरों की तलाशी के बाद स्कूल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित वाइस प्रिंसिपल के कार्यालय से पैसे बरामद किए गए. रांची के सीनियर एसपी चन्दन कुमार सिन्हा ने उस दौरान प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि बरामद एक करोड़ 14 लाख 99 हजार रुपये विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले थे. इसी सूचना पर यह कार्रवाई की गई है.