New Delhi. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने शनिवार को कहा कि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए 35 साल पहले स्थापित किए गए स्वायत्त निकाय ‘विज्ञान प्रसार’ को बंद कर दिया गया है. सरकार ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने 12 अक्टूबर 1989 को स्थापित विज्ञान प्रसार को बंद करने का निर्णय लिया है. इसमें कहा गया, यह निर्देश दिया गया था कि समापन की प्रक्रिया कैबिनेट के फैसले की तारीख – छह सितंबर 2023 से नौ महीने की अवधि के भीतर पूरी की जाए. निर्णय के अनुसार, विज्ञान प्रसार को बंद करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी कर ली गई है और यह 21 अक्टूबर की दोपहर से बंद है.
इसमें कहा गया है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त निकाय ‘नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन’, गांधीनगर को शेष प्रशासनिक और कानूनी मामलों एवं विविध कार्यों से निपटने का काम सौंपा गया है. विज्ञान प्रसार का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देने और तर्कसंगत दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ाना था.