Bhubaneswar. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भुवनेश्वर में ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ सम्मेलन का औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया. प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत आज जिस गति से आगे बढ़ रहा है और जिस स्तर पर आज भारत में विकास के काम हो रहे हैं, वह अभूतपूर्व है. भारत की बात को आज दुनिया ध्यान से सुनती है. आज का भारत अपना पक्ष तो मजबूती से रखता ही है, ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि मानवीयता प्रथम के भाव के साथ भारत अपनी वैश्विक भूमिका का विस्तार कर रहा है.
दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां (ओडिशा में) शांति का रास्ता चुना था. हमारी विरासत का यह वही बल है, जिसकी प्रेरणा से आज भारत दुनिया को कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं है, बुद्ध में है. प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध, इस्राइल और फिलीस्तीन के बीच संघर्ष और विश्व के कई देशों में हिंसा और अस्थिरता का दौर जारी है. प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले कई मौकों पर वैश्विक मंचों से भी कह चुके हैं कि संघर्षों का समाधान युद्ध से नहीं बल्कि शांति के रास्ते से तलाशा जाना चाहिए.
महाकुंभ में शामिल होने का दिया निमंत्रण
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जीवंत त्योहारों का समय है. कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो रहा है. मकर संक्रांति, बिहू, पोंगल, लोहड़ी जैसे त्योहार आने वाले हैं. हर जगह आनंदमय वातावरण है. उन्होंने सभी प्रवासी भारतीयों को महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया.