चेन्नई. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने 2019 रामलिंगम मर्डर केस के सिलसिले में दो घोषित अपराधी, अब्दुल माजेथ और शाहुल हमीद को गिरफ्तार किया है. भारत के प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई) के दो सदस्यों पर सांप्रदायिक घृणा फैलाने के लिए रामलिंगम के हाथों को बड़े ही निर्दयता से काटने और जान लेने की साजिश रचने का आरोप था.
एनआईए ने मार्च 2019 में तमिलनाडु पुलिस से जांच की थी. 18 आरोपितों को चार्जशीट की थी. इससे पहले एजेंसी ने 2021 में छह फरारों में से एक रहमान सादिक को गिरफ्तार किया था. आखिरकार शनिवार शाम को अब्दुल माजेथ और शाहुल हमीद गिरफ्तार कर लिया गया. रामलिंगम, पैटाली मक्कल काची (पीएमके) के नेता थे और भारत के लोकप्रिय मोर्चे (पीएफआई) के कैडरों द्वारा अत्यंत क्रूरता से हत्या कर दी गई थी.
बता दें कि रामलिंगम को 5 फरवरी, 2019 को तंजावुर में इस्लामवादी समूह द्वारा गरीब और निचले तबके के लोगों के जबरन रूपांतरण का विरोध करने के लिए तंजावुर में हत्या की गई थी. आरोपित पीएफआई के सदस्य के रूप में इस्लाम का प्रचार कर रहे थे.
एनआईए अभी भी तीन और फरार घोषित अपराधियों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है.