विभिन्न मांगों को लेकर ओड़िया भाषी अल्पसंख्यकों ने डीसी कार्यालय के समक्ष दिया धरना
सरायकेला: कोल्हान ओड़िआ समाज सरायकेला खरसावां जिला के बैनर तले लंबित समस्या एवं मांगों को लेकर झारखंड के ओड़िया भाषी अल्पसंख्यकों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष दिया धरना।
धरना सभा में पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष अशोक षड़ंगी ने राज्य धार्मिक एवं भाषाई अल्पसंख्यक आयोग की रिपोर्ट एवं अनुशंसाओं को कार्यकारी करने की बाध्यता सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि भूइंया जाति सिंहभूम की सबसे आदिम जनजाति है। उसे ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तर्ज पर अनुसूचित जनजाति में सूचीबद्ध किया जाए। वर्षों से नाम मात्र मानदेय पर कार्यरत उत्कल सम्मेलनी के ओड़िया शिक्षक-शिक्षिकाओं का समायोजन सुनिश्चित किया जाए। सभी ओड़िया भाषा प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय में तत्काल ओड़िया भाषा शिक्षकों की नियुक्ति किया जाए ।कोल्हान विश्वविद्यालय पीजी डिपार्टमेंट, चाईबासा महिला कॉलेज, जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुर, को-ऑपरेटिव कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज, एलवीएसएम कॉलेज जमशेदपुर, सहित विभिन्न कॉलेज में ओड़िया अध्यापकों के खाली पद पर पदास्थापन सुनिश्चित किया जाए।
ऐसे कई 18 सूत्री मांगों को लेकर उन्होंने आवाज बुलंद किया। उन्होंने कहा कि अविभाजित सिंहभूम के शहीदों स्वतंत्रता सेनानी खासकर ओड़िया भाषा मूलवासी एवं आदिवासियों को झारखंड में कोई सम्मान नहीं दिया। उन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी राजा अर्जुन सिंह एवं जगु दीवान का जिक्र किया।
धरना सभा में जमशेदपुर उत्कल एसोसिएशन के बिभुति भूषण महंती, तरुण कुमार, उत्कल समाज गोलमुरी जमशेदपुर के प्रदीप कुमार, सरायकेला नगर पंचायत के अध्यक्ष मीनाक्षी पटनायक, वार्ड पार्षद सविता पटनायक के अलावे पूर्व विधायक प्रत्याशी गणेश महाली, उत्कल सम्मेलन के सुशील षडंगी, नीलांबर सिंह देव, बद्रीनारायण दारोघा सहित ओड़िया भाषी अल्पसंख्यक धरना सभा में मांग को लेकर आवाज बुलंद किया।
ए के मिश्रा