Bhuvneshwar.ओडिशा के विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजद) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राज्य के राजभवन को आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए ‘वॉर रूम’ के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने राज्यपाल रघुबर दास से स्पष्टीकरण मांगा कि क्या वह पड़ोसी राज्य में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं. बीजद की यह प्रतिक्रिया हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और वरिष्ठ भाजपा नेता एम. वेंकैया नायडू के दास से मुलाकात करने के लिए ओडिशा राजभवन पहुंचने के मद्देनजर आई है.
इसके अतिरिक्त, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने झारखंड के दो दिवसीय चुनाव पूर्व दौरे पर जाने से पहले वरिष्ठ भाजपा नेताओं और दास से मुलाकात की. असम के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका दौरा निजी कारणों से था, वहीं बीजद ने संदेह व्यक्त करते हुए राज्यपाल के आवास पर भाजपा नेताओं के एकत्र होने के पीछे की मंशा पर सवाल उठाया.सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए बीजद सांसद सस्मित पात्रा और सुलता देव ने दावा किया कि राजभवन प्रभावी रूप से भाजपा की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया है.
देव ने जारी उन चर्चाओं पर प्रकाश डाला जिसमें कहा गया है कि दास झारखंड के अगले मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसी अफवाहें हैं कि राज्यपाल झारखंड में चुनाव लड़ेंगे, उन्हें इस अटकलबाज़ी के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
कयास लगाए जा रहे हैं कि 2014 से 2019 के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री रहे दास अपने गृह राज्य की राजनीति में वापसी करना चाहते हैं. बीजद नेताओं ने जुलाई में पुरी राजभवन में राज्यपाल के बेटे द्वारा एक सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट की घटना के संबंध में कथित निष्क्रियता के लिए भी राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना की.
उन्होंने इस मामले पर माझी की चुप्पी की ओर इशारा करते हुए सवाल किया कि क्या राज्यपाल के बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा लगता है कि राज्य सरकार आरोपी को बचा रही है क्योंकि वह राज्यपाल का बेटा है.