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भवन प्रमंडल, जमशेदपुर द्वारा विज्ञापन निकालने के पूर्व जमशेदपुर कोर्ट कैंपस में ठेकेदार द्वारा विकास कार्य प्रारंभ कराना बना चर्चा एवं जांच का विषय

भवन प्रमंडल, जमशेदपुर के विज्ञापन संख्या- 59 /वर्ष 2021- 22 के अनुरूप कुल 05 विकास के कार्य कराए जाने संबंधित विज्ञापन प्रकाशित कराए गए हैं l सभी विकास कार्य पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर कोर्ट कैंपस के हैं l उक्त निविदा अति अल्पकालीन प्रवृत्ति के हैं l

सूत्रों की माने तो उक्त निविदा में दर्शाए गए पांच कार्य पर निर्माण कार्य प्रगति पर है,अर्थात निविदा सूचना के तहत भले ही परिमाण विपत्र बिक्री की तिथि 2 अप्रैल 2022 ,निविदा प्राप्ति की तिथि 5 अप्रैल 2022 एवं निविदा खुलने की तिथि 5 अप्रैल 2022 है पर निविदा में दर्शाए गए स्थल पर कार्य प्रगति पर है , अर्थात  चर्चा के अनुसार भवन प्रमंडल, जमशेदपुर द्वारा निविदा निकालने के पूर्व ही कुछ खास ठेकेदार द्वारा कार्य कराया जा रहा है,यह विज्ञापन सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए प्रकाशित कराया गया है! सूत्रों की उपरोक्त आरोप जिला प्रशासन एवं सरकार के लिए जांच का विषय है कि वास्तव में विज्ञापन निकालने के पूर्व निविदा में दर्शाए गए कार्य स्थल पर निर्माण कार्य प्रारंभ है अथवा नहीं? सूत्रों की माने तो पूर्व में भी उपरोक्त कार्य संबंधित विज्ञापन (54/ वर्ष 2021-22)प्रकाशित कराए गए थे पर कुछ चहेते ठेकेदार के अलावा अन्य ठेकेदार भी निविदा में शामिल हो गए थे फल स्वरूप निविदा को रद्द करा दिया गया था l

भवन प्रमंडल ,जमशेदपुर में कार्य करने वाले ठेकेदारों को शंका है कि कल दिनांक 2 अप्रैल 22 को परिमाण विपत्र बिक्री में भेदभाव किया जाएग  ,यानी कि सभी इच्छुक ठेकेदारों को टेंडर फॉर्म नहीं दिया जाएगा ताकि कुछ चुनिंदा ठेकेदार ही निविदा प्रक्रिया में भाग ले सकेंl

पूरी मामला पर  निष्पक्ष जांच कराने पर यह बात सामने आ सकता है कि निविदा प्रक्रिया साफ – सुथरा कराने से सरकार को राजस्व की बचत होती, इसे यूं समझा जा सकता है कि  सेटिंग- गेटिंग  पर ठेकेदार को शेड्यूल रेट या लगभग 10 परसेंट बिलो(Below) दर पर काम मिल सकता है पर स्वस्थ निविदा प्रक्रिया होने से ठेकेदार 25 से 30- 40 पर्सेंट तक बिलों(Below) में काम करते हैं तो सरकार को राजस्व बचत होती l

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