जमशेदपुर लोकसभा सीट को भाजपा का गढ़ माने जाने के बावजूद मोदी मंत्रिमंडल-3 में विद्युत वरण महतो को शामिल न करना चर्चा का विषय बना हुआ हैl इसे लेकर भाजपा का हर गुट अलग-अलग संभावना जाता रहा है l
जमशेदपुर लोकसभा में कुल 6 विधानसभा सीट हैं,जिनमें घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, बहरागोड़ा, जमशेदपुर पूर्वी तथा जमशेदपुर पश्चिमी हैl
इनमें से चार सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीते विधानसभा चुनाव में कब्जा किया था और एक सीट पर कांग्रेस तथा एक सीट पर निर्दलीय विधायक का कब्जा हैl
जमशेदपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र को बीते विधानसभा चुनाव तक भाजपा का परंपरागत सीट माना जाता थाl वर्ष 1990 से 2019 तक इस सीट पर भाजपा का कब्जा था l वर्ष 1995 से इस सीट पर रघुवर दास लगातार विधायक चुने जाते रहे थे l वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास को निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय ने परास्त किया था l
कयास लगाया जा रहा था कि वर्ष 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में जमशेदपुर सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने पर विद्युत वरण महतो को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा l श्री महतो समर्थकों का तर्क था कि जमशेदपुर लोकसभा सीट से आज तक कोई भाजपा नेता लगातार तीसरी बार सांसद नहीं चुना गया थाl
सूत्र बताते हैं कि विद्युत वरण महतो ने विपरीत परिस्थितियों में या यू कहे कि मोदी मैजिक से ज्यादा अपने ट्रिक्स से लगातार तीसरी बात जीत दर्ज करने में सफल रहे l
विद्युत वरण महतो को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में कुड़मी (महतो) क्या कदम उठाएंगे ! यह समय के गर्त में है l
झारखंड के राजनीतिक विश्लेषक भी विद्युत वरण महतो को मंत्रिमंडल में शामिल न करने पर चिंतित हैl उन सब का मानना है कि झारखंड में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने को है और विधुत वरण महतो कुड़मी जाति से आते हैं और झारखंड में इनकी संख्या बड़ी है ,जो कई विधानसभा चुनाव को पलटने में सक्षम है l
ज्ञात हो कि मोदी मंत्रिमंडल-3 में रांची के सांसद संजय सेठ एवं कोडरमा के सांसद अन्नपूर्णा देवी को शामिल कराया गया है l
सूत्र बताते हैं कि वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर संसदीय सीट के अंतर्गत सभी 6 विधानसभा सीट पर भाजपा बुरी तरह पराजित हुई थी, ऐसे में विद्युत वरण महतो पर कई नेताओं ने सहयोग न करने का भी आरोप दबे जुबान लगा थाl
कुमार मनीष,9852225588