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Bihar Pool Collapse: अगुवानी-सुल्तानगंज पुल का एक हिस्सा फिर गंगा में गिरा, सुनामी जैसी उठी लहरें, भाग खड़े हुए कांवरिये

  • जांच में पुल का डिजाइन त्रुटिपूर्ण मिलने पर एक साल से बंद है निर्माण, नये सिरे से बनेगा पुल

Bhagalpur. बिहार में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा शनिवार सुबह ढह गया. खगड़िया के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज पुल का एक स्लैब सुबह करीब आठ बजे गिर गया. पांडे ने कहा, एक बात बताना चाहूंगा कि निर्माणाधीन पुल का पूरा ढांचा, जिसमें खामियां हैं, उसे ठेकेदार द्वारा तोड़ा जाना है. वहां निर्माण कार्य पहले ही रोक दिया गया है. ठेकेदार पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर ढांचे को तोड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. पिछले साल इस पुल के चार-पांच खंभे ढह गए थे, जिससे पूरा हिस्सा नदी में समा गया था. पिछले कुछ महीनों में राज्य में कई पुल ढह गए हैं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।

गंगा में सुनामी की तरह उठी लहरें, भागने लगे कांवरिये

शनिवार की सुबह जैसे ही स्ट्रक्चर गिरा वहां पानी में जोर की आवाज आई. वहां मौजूद लोग भी सन्न रह गए. अपने भारी-भरकम वजन के कारण गिरते हुए पिलरों के साथ गंगा के पानी में लगभग 100 फीट ऊंचा उछाल आया. ऐसा लगा मानो सूनामी आया हो. गंगा की लहरें लगभग दो किलोमीटर तक भयानक हिलोरें लेने लगीं. नमामि गंगे घाट पर स्नान कर रहे कांवड़िये जो पानी में उतरे थे, देखते ही देखते भाग खड़े हुए.

नये सिरे से बनेगा अगवानी घाट पुल

अब नये सिरे से अगवानी घाट पुल का निर्माण होगा. पुल निर्माण निगम ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि पटना हाइकोर्ट के निर्देश के अनुसार संबंधित एजेंसी को अपने लागत पर नये सिरे से पूर्व में धवस्त पुल का निर्माण कराना है. इस आदेश के आलोक में नया डिजाइन तैयार कराया जा रहा है. इसकी प्रक्रिया पूरे होते ही नये सिरे से पुल का निर्माण आरंभ होगा. निगम ने कहा कि पुल के डिजाइन की जिम्मेवारी एजेंसी की थी. पुल का पहला भाग 30अप्रैल, 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ था.इसे तोड़कर हटाने का निर्देश दिया गया था. इसके डिजाइन की जांच आइआइटी रूड़की द्वारा करायी गयी थी. इसके अलावा पुल के सब स्ट्रक्चर एवं फाउंडेशन की भी जांच करायी जा रही है.

हटाया जाना था गंगा में गिरा हिस्सा

पुल निर्माण निगम ने कहा कि कि इसी बीच पूर्व में क्षतिग्रस्त हुए भाग के हिस्से जिसे हटाया जा रहा था, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण शनिवार को क्षतिगस्त हो गया. यह भाग पूर्व के क्षतिग्रस्त भाग, जिसे हटाया जाना था, का ही एक हिस्सा था. पिछले दुर्घटना के बाद इस पुल पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है. इस बीच इस तकनीक पर बन रहे पुल का दूसरा भाग चार जून, 2023 को क्षतिग्रस्त हो गया. जांच में इसका डिजाइन त्रुटिपूर्ण पाया गया. इसके चलते पुल का निर्माण कार्य तत्काल बंद कर दिया गया. ठेकेदार को इस तकनीक पर निर्माण किये जा रहे सभी भाग को हटाने का आदेश दिया गया है.

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