Jamshedpur. बर्मामाइंस के लाल बाबा फाउंड्री इलाके में बने मकानों व गोदामों को शुक्रवार को तोड़ा जायेगा. जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए तैयारी कर ली है. बर्मामाइंस थाना को कोर्ट से अतिक्रमण हटाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात करने का आदेश दिया गया है. गुरुवार को लालबाबा परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. बस्तीवासियों में आक्रोश व्याप्त है. सभी का कहना है कि दशकों से यहां रहकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं. अचानक वो कहां जायें, उनके पक्ष को नहीं सुना गया. हालांकि, बस्तीवासी एकजुट हैं.
गुरुवार को कैलाश नगर व्यापारी संघ समिति के बैनर तले बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की. गुरुवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी इलाके में पहुंचे. भाजपा ने गोदामों के तोड़ो जाने पर सख्त विरोध जताया है. सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार और गुंजन यादव प्रतिष्ठान मालिकों से गुरुवार को मिलने पहुंचे और उन्हें भाजपा की तरफ से पूर्ण समर्थन दिया. सांसद ने मौके पर पहुंचकर उपायुक्त से दूरभाष पर वार्ता कर उचित समाधान निकालने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह प्रतिष्ठान यहां के लोगों की रोजी-रोटी का साधन है. हम किसी भी कीमत पर इन्हें टूटने नहीं देंगे. प्रशासन को चाहिए कि इन प्रतिष्ठानों के हित में एक समाधान निकालें.
भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सह सामाजिक संस्था ‘नमन’ के संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने गुरुवार को बर्मामाइंस स्थित लाल बाबा फाउंड्री में जाकर व्यवसायियों से मुलाकात की. वहां के कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना. दशकों से बसे बर्मामाइंस लाल बाबा फाउंड्री के गोदामों को तोड़ने को लेकर न्यायालय के आदेश के बाद वहां से लोगों में चिंता दिख रही है. मौके पर अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि इस मामले में वे उपायुक्त और टाटा प्रबंधन से बात करेंगे, ताकि उन्हें पर्याप्त समय मिले.
पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ अजय कुमार ने गुरुवार को लाल बाबा फाउंड्री स्थित गोदाम मालिकों से मुलाकात कर पूरी स्थिति को समझा. मौके पर उन्होंने कहा कि उपायुक्त सहित वरीय पदाधिकारियों से बात हुई है. वहीं मुख्यमंत्री ने भी आश्वस्त किया है कि अभी गोदाम एवं घर नहीं टूटेंगे. लेकिन इसके लिए हमें कानूनी लड़ाई लड़नी होगी. जिसमें मेरा पूरा सहयोग रहेगा. उन्होंने कहा कि जब रघुवर दास ने 86 बस्तियों को लीज से बाहर कराया था तो इस एरिया को लीज से बाहर क्यों नहीं करवाए. यदि लाल बाबा पाउंड्री लीज से बाहर होती तो कानूनी लड़ाई में हमारा पक्ष मजबूत रहता. लाल बाबा फाउंड्री के लोग परेशान हैं और भाजपा के लोग परिवर्तन रैली में व्यस्त हैं.