Guwahati. पचास वर्षीय डुलन दास नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के तहत नागरिकता प्राप्त करने वाले असम के पहले व्यक्ति बन गए हैं. इस घटनाक्रम पर विपक्षी दलों और छात्र समूहों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मूल रूप से बांग्लादेश के सिलहट निवासी दास ने 1988 में भारत में प्रवेश किया और कछार जिले के सिलचर में बस गए. उनके एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन अपनी अवैध स्थिति के बावजूद मतदाता कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन और आधार कार्ड सहित विभिन्न सरकारी दस्तावेज प्राप्त करने में कामयाब रहे.
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने एक अप्रैल को समर्पित ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से नागरिकता के लिए आवेदन किया था. इसे कल मंजूरी दे दी गई और उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय से एक मेल प्राप्त हुआ. दास को अब नागरिकता प्रमाणपत्र व्यक्तिगत रूप से एकत्र करने के लिए कहा गया है.’ आवेदन प्रक्रिया के दौरान दास ने अपने पिता का एक भूमि विलेख प्रदान किया, जिन्होंने 1986 में सिलहट जिले में जमीन खरीदी थी. दास ने एक भारतीय महिला से शादी की है, और उनके दो बच्चे हैं जिनका जन्म असम में हुआ है. इस घटनाक्रम पर विपक्षी दलों और छात्र समूहों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.