पश्चिम बंगाल में सत्ता के इशारे पर कुछ सरकारी मुलाजिमों और उनके गुर्गों ने विरोधियों को दबाने के लिये
जमकर उत्पात मचाया, लूटपाट की।
माननीय न्यायालय के हस्तक्षेप से छोटे-बड़े आधे दर्जन से भी ज़्यादा मामलों की जॉंच अब सीबीआई कर रही है। ग़लत करने वाले अधिकारियों की गर्दन फँस गई है, वे परेशान हैं और ग़लत करवाने वाले सत्ताधारी उनसे किनारा कर उन्हें अपने हाल पर छोड़ चुके है।
झारखंड भी कमोबेश उसी रास्ते पर है। साहिबगंज का खान घोटाला भी न्यायालय के आदेश से सीबीआई को जा रहा है। सत्ता की सॉठगॉंठ से ग़लत करने के और कई सीबीआई जॉंच की गुहार वाले मामले आगे सीबीआई को जा सकते हैं।
चंद पैसों एवं मलाईदार पद की लालच में सत्ता के सह पर ग़लत काम करने वाले ऐसे लोगों से हम अपील करते हैं कि वे सबक़ लें और ऐसा कोई काम नहीं करें जो उनके एवं उनके परिवार के लिये परेशानी का कारण बने।
याद रहे मुसीबत आने पर कोई किसी का साथ नहीं देता। यक़ीन न हो तो आईएएस पूजा सिंघल, छवि रंजन, बीरेन्द्र राम जैसों की हालत देख-सुन लीजिये। सब कुछ समझ में आ जायेगा और आँख खुल जायेगी।