साल से जमे एवं इर्द-गिर्द ही घूम रहे थाने में प्राइवेट से लेकर सरकारी ड्राइवर मुंशी सिपाही पदाधिकारी सभी की चल रही है तबादले की तैयारी2।
राज्य की गिरती विधि व्यवस्था को लेकर राज्य स्तरीय चल रहे अधिकारियों की मंथन में विधि व्यवस्था सुदृढ़ बनाने के लिए यह बातें प्राप्त जानकारी के अनुसार खुलकर सामने आई है कि 2 साल से जमे एवं इर्द-गिर्द ही घूम रहे थाने में प्राइवेट से लेकर सरकारी ड्राइवर, मुंशी ,सिपाही ,पदाधिकारी का तबादले किया जाना आवश्यक है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारियों का यह मानना है कि अपराधियों पर अंकुश लगाने की बनाई योजनाएं इन लोगों के साथ अपराधियों से सांठ गांठ हो जाने के कारण करवाई करने की योजनाएं लीक हो जाया करती है,जिसके कारण समय पर समुचित कार्रवाई नहीं हो पाती है। जिस कारण अपराध दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे मे एक ही जगहों पर जमे लोगों का स्थानांतरण आवश्यक है।
सरायकेला खरसावां जिले मे जहां अपराध सर चढ़कर बोल रहा है और मामले का उद्भेदन सवालों के घेरे में बना बना रहता है। गुत्थी सुलझाने में पुलिस कर्मियों की पसीने छूटे रहते हैं और उद्भेदन के कितने दूर कितने पास हैं ,यह सवाल मुंह बाए खड़ी रहती है ।
वही एक वरीय पदाधिकारी द्वारा वर्षों से जमे एवं इर्द-गिर्द ही घूम रहे थाने में प्राइवेट से लेकर सरकारी ड्राइवर मुंशी सिपाही पदाधिकारी , पुलिसकर्मियों सहीत सभी के स्थानांतरण की बातें कही जा रही है । पैसे पैरवी के बल पर कुछ किलोमीटर की दूरी में ही एक थाना से दूसरे थाना में स्थानांतरण कराकर इर्द-गिर्द घूम रहे पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों के बदले जाने एवं किसी की पैरवी नहीं सुने जाने की बातें कही जा रही है।
ए के मिश्र।