पूर्वी सिंहभूम जिला परिवहन पदाधिकारी श्री धनंजय से जानकारी लेने का प्रयास किया गया कि जमशेदपुर स्थित जेपी बस पड़ाव से लंबी दूरी के लिए खुलने वाले स्लीपर बस वैध रूप से चल रहे हैं अथवा अवैध रूप से चल रहे हैं?इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैlउन्होंने इस संदर्भ में आरटीए से जानकारी लेने को कहाl
ज्ञात हो कि जमशेदपुर स्थित जेपी सेतु बस पड़ाव से प्रतिदिन लगभग 200 से अधिक स्लीपर बस पटना,गया, जहानाबाद,मुजफ्फरपुर,सिवान,आरा,भागलपुर,भुवनेश्वर, कोलकाता,बनारस इत्यादि स्थानों के लिए खुलती हैl
प्रथमदृष्टवा प्रतीत होता है कि अधिकांश स्लीपर बस की ऊंचाई व्हीलबेस से अधिक है अर्थात यू कहे की स्लीपर बस की ऊंचाई नियम विपरीत है !
सूत्रों की माने तो बस मालिक अपने लाभ को बढ़ाने के लिए स्लीपर बस में अधिक सीट लगाकर और बस की ऊंचाई नियम विरुद्ध बढ़ाकर बस का परिचालन करते हैं l
नियमों को ताक पर रख दौड़ते नजर आ रहे स्लीपर बस तकनीकी रूप से फिटनेस फेल है अथवा सही हैं ? इसकी जांच किसी बड़ी सड़क दुर्घटना होने के पूर्व आवश्यक है l
पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पता चला है कि जमशेदपुर बस स्टैंड से अवैध रूप से चल रही स्लीपर बस बिना कागजात के पदाधिकारियों के साठगांठ बैठाकर चल रही थी l ऐसे दुर्घटनाग्रस्त अवैध स्लीपर बस के परमिट तो छोड़ दी जाए इंश्योरेंस तक फेल था ,इसके बावजूद जमशेदपुर से नवादा तक प्रतिदिन दौड़ रही थी l
बिना परमिट के सिटी में चल रहे ऑटो और ई रिक्शा पर कार्रवाई करने में तत्पर जिला परिवहन विभाग अवैध रूप से सड़कों पर चल रहे स्लीपर बस पर जांच कर कानूनी कार्रवाई कर पाती है या नहीं यह भविष्य के गर्त में हैं !
कुमार मनीष,9852225588