जमशेदपुर. सुवर्णरेखा और खरकई नदी के इलाकों में बाढ़ के संभावित खतरों को देखते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बैठक की. बैठक में उपायुक्त ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, एनडीआरएफ के साथ-साथ पुलिस-प्रशासनिक टीम के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया. संक्रामक बीमारियों के संभावित खतरों से बचाव के प्रयास शुरू करने का निर्देश दिया. आपदा की स्थिति में प्रभावित इलाकों में लोगों को सूचना देने के लिए अलर्ट जारी करने के पारंपरिक माइकिंग अनाउंसमेंट सहित सोशल मीडिया के माध्यम के इस्तेमाल से संबंधित निर्देश दिया गया.
उन्होंने इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने वाले विभागों को 24 गुणा 7 अपने कर्मियों को अलर्ट मोड मैं तैनाती करने एवं उनको आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं एवं सुविधाओं से संसाधनयुक्त करने का भी निर्देश दिया. यांत्रिकी विभागों को सुवर्णरेखा एवं खरकई नदी का जलस्तर के संबंध में नियमित रूप से अपडेट करने सहित सरायकेला खरसावां अवस्थित चांडिल डैम व पड़ोसी राज्य ओडिशा के मयूरभंज में अवस्थित डैम के अभियंताओं से बांधों से जल छोड़े जाने के संदर्भ में समन्वय स्थापित करने आदेश दिया. बैठक में डीडीसी मनीष कुमार, एडीएम (एसओआर) महेंद्र कुमार, एसडीएम धालभूम, सुवर्णरेखा बहु उद्देशीय परियोजना के अभियंता, बीडीओ, सीओ आदि मौजूद थे.