Ranchi. कांग्रेस की झारखंड इकाई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा विधानसभा चुनाव से पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. भाजपा की झारखंड इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय और झारखंड में पार्टी के चुनाव सह-प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पार्टी मुख्यालय में एक समारोह के दौरान उनका पार्टी में स्वागत किया. पार्टी में शामिल होने के बाद सिन्हा ने कहा, ‘‘मैंने पिछले 27 साल से कांग्रेस पार्टी की सेवा की और अलग-अलग पदों पर काम किया। लेकिन पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए कोई सम्मान नहीं रह गया है. इसलिए मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया.
सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में उन कार्यकर्ताओं का कोई महत्व नहीं है, जिन्होंने पार्टी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि सिन्हा के अनुभव का उपयोग राज्य स्तर पर पार्टी को मजबूत करने और चुनाव जीतने के लिए किया जाएगा.
शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में चुनाव के लिए टिकट तीन मानदंडों के आधार पर दिए जाते हैं. पहला – पार्टी को धन की पेशकश, दूसरा – विधायक, सांसद या मंत्री के प्रतिष्ठित परिवारों से जुड़े होना और तीसरा – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपशब्द कहना.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को हटाने की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की मांग के सवाल पर शर्मा ने कहा कि यह शायद पहली बार है जब कोई सत्तारूढ़ पार्टी किसी अधिकारी को हटाने की मांग कर रही है.
शर्मा ने कहा, ‘‘अधिकारी को सत्तारूढ़ सरकार द्वारा नियुक्त किया गया है. अब वे (झामुमो) उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं. वास्तव में वे चाहते थे कि अधिकारी राजनीतिक रूप से उनकी मदद करें लेकिन ये हो नहीं पाया. झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो ने रविवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) दो वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने की मांग की और आरोप लगाया कि वे भाजपा के पक्ष में काम कर रहे हैं. झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होना है। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.