New Delhi.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर दो कीर्ति चक्र और 14 शौर्य चक्र सहित सशस्त्र बलों के 93 जवानों के लिए वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी. कीर्ति चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है, जिसे 22 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर मंजीत को और मरणोपरांत 28 राष्ट्रीय राइफल्स के नायक दिलवर खान को प्रदान किया गया है.
राष्ट्रपति ने तीन मरणोपरांत सहित 14 शौर्य चक्र पुरस्कारों को मंजूरी दी. शौर्य चक्र विजेताओं में मेजर आशीष दहिया 50 आरआर, मेजर कुणाल 1 आरआर, मेजर सतेंदर धनखड़ 4 आरआर, कैप्टन दीपक सिंह 48 आरआर (मरणोपरांत) और सहायक कमांडेंट एशेंथुंग किकोन, 4 असम राइफल्स हैं. सूबेदार विकास तोमर 1 पैरा, सूबेदार मोहन राम 20 जाट रेजिमेंट, हवलदार रोहित कुमार डोगरा (मरणोपरांत), हवलदार प्रकाश तमांग 32 आरआर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस, कॉर्पोरल डाभी संजय हिफाबाई एस्सा, विजयन कुट्टी जी (मरणोपरांत), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार और निरीक्षक जेफरी हिंगचुल्लो को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों के लिए 305 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी. उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में 2023 में फंसे निर्माण श्रमिकों को बचाने वाले ‘रैट माइनर’ उन 49 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रपति ने जीवन रक्षा पदक से सम्मानित करने को मंजूरी दी है. इनमें बिहार के पिंटू कुमार सहनी, केरल के मनेश केएम, सिक्किम के डी शेरिंग लेप्चा और पेमा तेनजिंग लाचुंगपा तथा रक्षा मंत्रालय के ‘गनर’ अनीस कुमार गुप्ता को मरणोपरांत यह सम्मान प्रदान करने के लिए नामित किया गया है.