झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि झारखंड सरकार सबके लिए सोचती है. इसके बाद काम करती है.
यहां के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. झारखंड मे जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई शुरू की जायेगी. इसके लिये घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली की जायेगी. बहाली के लिए 20 जून तक विज्ञापन निकल जायेगा.
राज्य में पेसा कानून को सख्ती से लागू किया जायेगा. नौ लाख परिवार को अबुआ आवास का लाभ दिया जायेगा.
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