Deoghar . झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को झामुमो पर राज्य में घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाने के लिए भाजपा की आलोचना की और कहा कि वास्तव में केंद्र घुसपैठ को ‘प्रोत्साहित’ कर रहा है. झामुमो उम्मीदवार हफीजुल हसन के पक्ष में मधुपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा कि भाजपा और उसके नेता किस आधार पर झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के बारे में दावा करते हैं, ‘जबकि इस बारे में कोई पहचान नहीं हुई है. उन्होंने कहा, सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र और सीमा सुरक्षा बल के पास है.
यह राज्य सरकार के हाथ में नहीं है. मुझे नहीं पता कि वे (भाजपा) बांग्लादेशी घुसपैठ (झारखंड में) की बात कैसे कर रहे हैं.’ सोरेन ने कहा, बांग्लादेश की एक पूर्व प्रधानमंत्री को कैसे उतरने की अनुमति मिलती है… और उन्हें आश्रय दिया जाता है. यह केंद्र द्वारा किया जाता है, लेकिन वे हमें दोषी ठहराते हैं. मुख्यमंत्री का इशारा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की ओर था जो सरकार विरोधी व्यापक प्रदर्शनों के बाद अगस्त में देश छोड़ कर भारत आ गई थीं. भाजपा नेता हेमंत सोरेन सरकार पर राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते रहे हैं.
झारखंड में 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होगा. सोरेन ने भाजपा पर जाति, पंथ और धर्म के नाम पर समाज को बांटने का भी आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि 2019 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से भाजपा उनके खिलाफ ‘साजिश रचती रही है’. सोरेन ने कहा, ‘विपक्षी दल द्वारा खड़ी की गईं बाधाओं के बावजूद हमने अपना पांच साल का पूरा कार्यकाल पूरा कर लिया है.’उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह दोबारा सत्ता में आए तो अगले पांच साल के दौरान हर गरीब परिवार को एक लाख रुपये देंगे.