बोकारो. बेरमो के नावाडीह प्रखंड के चपरी पंचायत की मुखिया आरती देवी के पति सुंदर महतो को एसीबी धनबाद की टीम ने शुक्रवार को नावाडीह बैक आंफ इंडिया शाखा परिसर से दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. मुखिया पति ने पंचायत के नवाटांड के लाभुक धुजा सिंह की पत्नी से अबुआ आवास योजना के एवज में तीस हजार रिश्वत की मांग की थी, जिसकी पहली किस्त की राशि दस हजार दी थी.
इससे पूर्व लाभुक ने धनबाद एसीबी की टीम से लिखित शिकायत की थी. एसीबी की टीम ने जांच-पड़ताल कर आज जाल बिछाकर गिरफ्तार कर धनबाद ले गई. जानकारी के अनुसार, झारखंड सरकार राज्य में आवास विहीन लाभुक को पक्का मकान देने का वादा को पूरा करते हुए तीन कमरों वाले अबुआ आवास योजना चला रही है, जिसके तहत लाभुक को दो लाख रुपये किस्तवार बैंक खाते में भेजी जाती है. साथ ही मनरेगा योजना से लगभग बीस हजार मजदूरी दर में भुगतान की जाती है.
प्रखंड कार्यालय से संचालित इस योजना में लाभुक को प्रथम किस्त में तीस हजार व द्वितीय किस्त मे पचास हजार का भुगतान किया जा चुका है, जिसे लेकर मुखिया पति व वार्ड नम्बर दो के सदस्य ने तीस हजार की रिश्वत की मांग लाभुक से की थी. शुक्रवार को लाभुक दस हजार रुपये बैंक से निकालकर देने का वादा करने पर मुखिया पति व वार्ड सदस्य नावाडीह आए थे, जहां एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे लेकर नावाडीह थाना पहुंची व आवश्यक कार्रवाई के बाद धनबाद ले गई.
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने नावाडीह प्रखंड के वाराडीह पंचायत के रोजगार सेवक धर्मवीर कुमार का रिश्वत लेने का वीडियो सोशल मिडिया में वायरल हुआ था, जिसके बाद बोकारो उपायुक्त ने उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया था. इसके बावजूद आवास के नाम पर रिश्वत का खेल थम नहीं रहा है.