Gumla. पांच सितंबर को सिसई प्रखंड के पंडरानी में ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम हुआ था. मुख्यमंत्री व मंत्रियों के कार्यक्रम से जाते ही कर्मचारी मंईयां सम्मान योजना’ और अबुआ आवास के भरे हुए आवेदन कर्मचारी फेंक कर चले गये. गांव के एक व्यक्ति ने आवेदन जो ठीक थे, उन्हें जमा कर अपने पास रख लिया. वहीं, जो आवेदन पानी से भींग कर बर्बाद हो गये थे, उन्हें वहीं छोड़ दिया. ग्रामीणों ने कहा कि गरीब जनता अपने काम-धंधे छोड़ कर इस शिविर में पहुंची थी और सरकारी लाभ की उम्मीद में कई तरह के कागजातों की फोटो कॉपी करा कर आवेदन के साथ जमा किया था. सरकारी कर्मचारियों की इस करतूत से गरीब जनता के पैसों और समय की बर्बादी हुई है. ग्रामीणों ने इस मामले की जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
इस घटनाक्रम को लेकर विधायक से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे ‘समय नहीं है’ कह कर निकल गये. वहीं, इस मामले में पूर्व सांसद सुदर्शन भगत ने कहा : सिसई प्रखंड से मुझे शिकायत मिली है. साथ ही सोशल मीडिया में भी अधिकारियों की लापरवाही का मामला वायरल हुआ है. सीएम के कार्यक्रम के बाद ‘मंईयां सम्मान’ व ‘अबुआ आवास’ के भरे हुए आवेदन कार्यक्रम स्थल पर ही प्रखंड के अधिकारियों और कर्मचारियों ने फेंक दिया. 1000 से अधिक आवेदन रद्दी में बेच दिये गये. कुछ आवेदन पानी से भींग कर बर्बाद हो गये. यह जनता के साथ धोखा है. जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
बीडीओ रमेश कुमार यादव ने कहा, कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शिविर को समेटने में रात हो गयी थी. इस कारण आवेदनों का एक बंडल कार्यक्रम स्थल पर ही छूट गया था. इसकी जानकारी चार-पांच दिन बाद हुई. उक्त सभी आवेदनों को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. जिनका आवेदन मिसिंग होगा, उनका आवेदन दोबारा भरवाया जायेगा. इस लापरवाही के लिए जो भी कर्मचारी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.