India–Bangladesh Relation: भारत ने बांग्लादेश को उसकी ही भाषा में जवाब दिया है. सीमा पर बढ़ते तनाव को लेकर आज भारत सरकार ने बांग्लादेश के डिप्टी हाई कमिश्नर (Bangladesh Deputy High Commissioner) नूरल इस्लाम को तलब किया. विदेश मंत्रालय की ओर से तलब किए जाने के बाद नूरल इस्लाम को मंत्रालय के साउथ ब्लॉक से बाहर निकलते हुए भी देखा गया.
बता दें कि रविवार (12 जनवरी, 2025) को भारत-बांग्लादेश बॉर्डर (India-Bangladesh Border) पर फेंसिंग के विवाद को लेकर बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को सीमा संबंधी मुद्दों पर चर्चा के लिए बांग्लादेश विदेश कार्यालय में तलब किया था. इसके एक दिन बाद भारत सरकार ने बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त को तलब किया.
बांग्लादेश ने आरोप लगाया कि भारत बॉर्डर को लेकर द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते हुए बॉर्डर पर पांच स्थानों पर फेंस लगाने की कोशिश कर रहा है. बांग्लादेश की सरकारी न्यूज एजेंसी BSS ने बताया कि भारतीय हाई कमिश्नर ने बांग्लादेश के विदेश सचिव जशीमउद्दीन के साथ करीब 45 मिनट इस मुद्दे पर बात की.हालांकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इस मामले में कोई बयान जारी नहीं किया है.
https://x.com/ANI/status/1878728899733143943
वहीं बांग्लादेश के आंतरिक मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी के अनुसार, संघर्ष पांच क्षेत्रों में सामने आए हैं, जिनमें (उत्तर-पश्चिमी) चपैनवाबगंज, नौगांव, लालमोनिरहाट और तीन बीघा कॉरिडोर शामिल हैं.
जहांगीर आलम के मुताबिक बांग्लादेश और भारत के बीच हुए करार ‘बांग्लादेश-भारत संयुक्त सीमा निर्देश-1975’ के मुताबिक दोनों देशों की जीरो लाइन के 150 गज के भीतर रक्षा मामले से जुड़े किसी भी तरह के कार्य करने पर प्रतिबंध है. इसके लिए दोनों देशों की सहमति जरूरी है.
बता दें कि भारत और बांग्लादेश सीमा सुरक्षाबलों के बीच हर काम को लेकर बातचीत की गई थी. शेख हसीना की सरकार के समय इसको लेकर मंजूरी भी ली गई थी. हालांकि शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश के जवान निर्माण कार्य में बाधा डाल रहे हैं. अब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने उत्तर और दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्रों में कई जगहों पर निर्माण कार्य को बंद कर दिया है, जबकि इन जगहों पर शेख हसीना सरकार के साथ सहमति से काम करने की बात तय थी.