रामगढ़. रामगढ़ जिले में सड़क सुरक्षा समिति में शामिल एनएचएआई के अधिकारी बेहद लापरवाह है. दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में ना तो उनके जरिये कोई साइन बोर्ड लगाया जा रहा है और ना ही सड़क का एलाइनमेंट सही किया जा रहा है. यहां तक कि सड़कों पर रोशनी की भी व्यवस्था उचित तरीके से नहीं हुई है. यही वजह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटनाएं लगातार हो रही है और लोगों की जान जा रही है. यह सारे गंभीर आरोप डीसी चंदन कुमार ने बुधवार को आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों पर लगाई. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर दुर्घटना होती है तो दर्ज होने वाली प्राथमिकी में एनएचएआई के अधिकारियों का नाम भी शामिल किया जाए. जब तक ऐसा नहीं होगा एनएचएआई के अधिकारियों ना तो नींद खुलेगी और ना नाही वे दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिए कोई पहल करेंगे.
बैठक के दौरान उपायुक्त चंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के जरिये जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की पूर्व की बैठक में दिए गए निर्देशों के आलोक में किए गए कार्य की समीक्षा की गई. चुट्टूपालू घाटी में हो रही सड़क दुर्घटनाओं और जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं करने पर उपायुक्त ने एनएचएआई पदाधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. साथ ही उपायुक्त ने सड़क दुर्घटना होने पर एनएचएआई पदाधिकारियो का नाम भी प्राथमिकी में शामिल करने का निर्देश दिया. साथ ही उपायुक्त ने वर्तमान में सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए घाटी में चिन्हित ब्लैक स्पॉट आदि पर बालू के बैग्स लगाने आदि कार्यों को तत्काल पूर्ण करने का निर्देश दिया.
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सड़क दुर्घटना होने के मद्देनजर पीसीआर वाहनों एवं सभी थानों में फर्स्ट एड किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए उपायुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी को पेट्रोल पंप पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल कर बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों के विरुद्ध चालान करने का निर्देश दिया. बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले के अलग-अलग क्षेत्र में संचालित विद्यालयों द्वारा क्षमता से अधिक बच्चों को बसों में बैठाने पर विशेष ध्यान देने एवं उन पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
इन सब के अलावा बैठक के दौरान उपायुक्त के द्वारा वाहन जांच अभियान, जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन, ब्लैक स्पॉट चिंहितिकरण, स्पीड गन, हाई मास्ट लाइट, सड़क मरम्मती आदि को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए. बैठक के दौरान वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों, अधिकारियों, एनएचएआई के अधिकारियों, कार्यपालक अभियंताओं सहित अन्य उपस्थित थे.