Jadugoda.राखा-जादूगोड़ा मुख्य सड़क के बेस कैंप (माटीगोड़ा) के पास शनिवार को ट्रेलर (18 चक्का वाहन) की चपेट में आकर एक किशोरी की मौत हो गयी. मृतका का नाम वर्षा मंडल (14) है. वह मध्य विद्यालय इचड़ा की आठवीं कक्षा की छात्रा थीं. वह करीब 25 किलोमीटर दूर मुसाबनी प्रखंड से साइकिल लेकर अपने घर इचड़ा लौट रही थी. हादसे के बाद ड्राइवर वाहन (डब्लूबी-11एफ-7050) लेकर फरार हो गया. हालांकि, जादूगोड़ा पुलिस ने वाहन को यूसिल रियर गेट के समीप पकड़ लिया, तब तक ड्राइवर फरार होने में कामयाब हो गया. इधर, घटना की खबर मिलते ही आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और लगभग एक घंटे तक सड़क पर डटे रहे. जादूगोड़ा पुलिस घटना स्थल पर पड़ी बच्ची के शव को अपने कब्जे में लेकर यूसिल जादूगोड़ा अस्पताल के शीतगृह में रखवा दिया.
हादसे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल प्रबंधन और ब्लॉक अधिकारी को दोषी ठहराया है. ग्रामीणों ने कहा कि इचड़ा विद्यालय से मुसाबनी ब्लॉक लगभग 25 किलोमीटर दूर है. इतनी छोटी बच्चियों को इतना दूर बुलवाकर साइकिल देना कहां का नियम है. संबंधित अधिकारियों को विद्यालय तक साइकिल पहुंचाना चाहिए था. अगर साइकिल स्कूल तक पहुंचायी, जाती तो ऐसी घटना नहीं घटती. हादसे के बाद परिजनों ने देर शाम जादूगोड़ा थाना पहुंचकर मुआवजे की मांग की. जहां मुसाबनी सीओ ऋषिकेश मरांडी, इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद, थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने परिजनों व ग्रामीणों को समझाया. सीओ ने परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकारी राशि एक लाख रुपये भुगतान किया जायेगा. इसके साथ ही वाहन मालिक से बात की गयी है. बच्ची के पिता पिजूस कांत मंडल ने बताया कि मेरी इकलौती बड़ी बेटी वर्षा थी. एक बेटा 13 वर्ष का समीर है, जो छोटा है. पीजूस जमशेदपुर में ठेका कर्मी हैं, उन्हें घटना कि लगभग कुछ घंटों बाद पता चला. घटना की सूचना मिलते ही मृतका की मां सुशांति मंडल घटना स्थल पर पहुंचीं. वह आंखों के सामने बेटी का शव देखकर बेसुध हो गयी. रोते हुए बोली कि मेरी जिंदगी उजड़ गयी.