Jamshedpur. चांडिल डैम में 20 अगस्त को क्रैश विमान की जांच की गुहार मृतक पायलट के पिता रामबालक प्रसाद एवं भाई किशोर आनंद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लगायी है. सीएम ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि तथ्यों के आधार पर दुर्घटनाग्रस्त विमान की जांच राज्य सरकार के स्तर से करायी जायेगी. मंगलवार को स्टेट हैंगर में परिजनों ने सीएम से मुलाकात की. परिजनों ने उन्हें बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान तकनीकी रूप से उड़ान के लिए योग्य नहीं था.
इसके बावजूद मेसर्स अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रशिक्षण उड़ान कार्य के लिए मृतक स्व कैप्टन जीत शत्रु आनंद पर दबाव बनाया गया. उनके व्हाट्सऐप चैट में भी यह पुष्टि होती है कि कंपनी द्वारा लगातार उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. साथ ही उनकी मानसिक प्रताड़ना की जा रही थी. परिजनों का आरोप है कि डीजीसीए कार्यालय/एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया/इंडियन एयरफोर्स एवं टाटा स्टील एविएशन प्रबंधन को गलत जानकारी देकर एवं गलत दस्तावेज के सहारे बिना एयर ट्रैफिक क्लीयरेंस की वैधता नवीकरण किए हुए प्रशिक्षण उड़ान कार्य कराया जा रहा था. इसकी सूचना गृह मंत्रालय को भी नहीं दी गयी थी. परिजनों ने कहा कि किस परिस्थिति में गृह मंत्रालय की अनुज्ञप्ति के बिना ही जालसाजी कर प्रशिक्षण उड़ान कार्य संपादित किया जा रहा था, जिसकी सघन जांच की आवश्यकता है.