जमशेदपुर. गोपाल मैदान में नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर जनसभा का आयोजन होगा. इस अवसर पर आदिवासी बचेगा, तो दुनिया बचेगा के नारे के साथ आदिवासी समाज का महाजुटान होगा. जनसभा का आयोजन आदिवासी छात्र एकता की केंद्रीय कमेटी की ओर से किया जायेगा. मंगलवार को निर्मल गेस्ट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य संरक्षक सह संस्थापक जोसाई मार्डी ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ 2024 की घोषणा स्वदेशी युवा आत्म निर्णय के लिए परिवर्तन के एजेंट के रूप में नारे के साथ जनसभा का आयोजन किया जायेगा.
भारत में आदिवासियों की आबादी अफ्रीका के बाद सर्वाधिक है. इसी उद्देश्य को लेकर 2007 में आदिवासी छात्र एकता मंच ने गोपाल मैदान में विश्व आदिवासी दिवस मनाने का फैसला किया था. आदिवासी छात्र एकता की केंद्रीय कमेटी संरक्षक इंदर हेंब्रम ने बताया कि जनसभा में संथाल, हो, मुंडा, भूमिज, उरांव, महाली सहित विभिन्न आदिवासी समाज के प्रखर विद्वान, छात्र, सामाजिक नेता एवं बुद्धिजीवी आदिवासियों की दशा एवं दिशाओं पर मार्ग प्रशस्त करेंगे. इस अवसर पर वेश-भूषा, खान-पान, आदिवासी साहित्य एवं पुस्तक के साथ आदिवासी पारंपरिक वाद्ययंत्र के लिए 25 पक्के स्टॉल बनाये गये हैं.