रांची : झारखंड कांग्रेस के नेता शनिवार को राजधानी की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने उतरे. इस दौरान नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका. नेताओं ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को बेड़ियों और जंजीरों में जकड़ कर अमानवीय तरीके से लाया गया. कांग्रेस भवन से परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक तक विरोध मार्च निकाला गया. विरोध मार्च का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने किया. उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों के साथ हुई इस अमानवीय घटना ने पूरे देश को शर्मसार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में विदेश मंत्री के बजाय अमेरिकी सरकार का पक्ष लिया जा रहा है.

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निर्वासित भारतीय नागरिकों ने कोई अपराध नहीं किया था. वे आम नागरिक थे, जिन्हें अत्याचार और हैवानियत का शिकार बनाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना इस बात का संकेत है कि नरेंद्र मोदी के शासन में बेरोजगारी और आर्थिक संकट के कारण लोग देश छोड़कर अवैध रूप से दूसरे देशों में पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार घोटालेबाजों और अपराधियों को सम्मानित तरीके से विदेश भेजती है, जबकि सामान्य नागरिकों को रोजगार की तलाश में अवैध तरीके से पलायन करना पड़ता है.
ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रवासियों के साथ अमानवीय व्यवहार कर भारत के प्रति अपने रुख को स्पष्ट किया है. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कोलंबिया जैसे देशों ने अमेरिकी जहाज को अपने यहां उतरने की अनुमति नहीं दी और अपने नागरिकों को सम्मानपूर्वक वापस लाया. दीपिका पांडे सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासनकाल में भारतीय विदेश नीति ऐसी थी कि भारतीयों को कभी दुनिया में शर्मिंदा नहीं होना पड़ा. लेकिन मोदी शासन में स्थिति बदल गई है.
इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से शहजादा अनवर, रविंद्र सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, किशोर शाहदेव, सोनाल शांति, कमल ठाकुर, आभा सिन्हा, अभिलाष साहू, अमूल्य नीरज खलखो सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे.
