Ranchi. देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को चुनाव आयोग द्वारा हटाने के आदेश पर एतराज जताते हुए शुक्रवार को इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा. इसके बाद झामुमो कार्यालय में संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेताओं ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर कोई काम न करे. देवघर एसपी को हटाने का चुनाव आयोग का यह आदेश एक पार्टी विशेष को मदद करने के उद्देश्य से जारी किया गया है. झामुमो के लेटर पैड पर सौंपे गये ज्ञापन में लिखा गया है कि 29 अक्तूबर को चुनाव आयोग के कार्यालय से आदेश जारी किया गया. इसमें देवघर में पदस्थापित एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग का तबादला करने का आदेश था.
इसके पहले रांची के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री को भी बिना कारण बताये ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया गया था. ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में पदस्थापित आदिवासी और दलित पदाधिकारियों के ट्रांसफर को लेकर आदेश किसी विशेष राजनीतिक पार्टी को चुनाव में प्रशासनिक सहयोग पहुंचाने के लिए दिये जा रहे हैं. पत्र में लिखा गया है कि राज्य में छठे विधानसभा के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया जारी है. ऐसे समय में इस तरह के आदेश का उद्देश्य प्रशासनिक तंत्र को अस्थिर करना प्रतीत होता है. इसलिए गठबंधन के दल इस तरह की कार्रवाई का विरोध करते हैं.
प्रशासनिक तंत्र को पंगु बनाने का प्रयास : श्री भट्टाचार्य ने कहा कि 15 नवंबर तक लगातार त्योहार है. हमने पहले ही चुनाव आयोग से 15 नवंबर के बाद चुनाव कराने का आग्रह किया था. 13 नवंबर को पहले चरण का चुनाव है. सारे प्रशासनिक अधिकारी चुनाव और त्योहार में व्यस्त हैं. एक साजिश के तहत ऐसा किया गया है, ताकि प्रशासनिक तंत्र पंगु बना रहे. उन्होंने कहा कि रांची और जमशेदपुर के लोग बड़ी संख्या में बिहार व यूपी छठ के दौरान जाते हैं. वाहन भी जब्त हैं, तो वह कैसे जायेंगे और आयेंगे.
हेमंत हटिया विधानसभा के वोटर हैं : श्री भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के एक नेता ने बरहेट विधानसभा में हेमंत सोरेन के नामांकन पत्र में 64 हटिया विधानसभा लिखने पर एतराज जताया है. ऐसे नेताओं को पता होना चाहिए कि हेमंत सोरेन का नाम वोटर लिस्ट में 64 हटिया विधानसभा हरमू में दर्ज है