Ranchi. राज्य में सरकारी विद्यालय में पढ़नेवाले बच्चों के लिए कक्षा एक से पांच तक की किताब जनजातीय भाषा में तैयार की गयी है. जेसीइआरटी ने किताब जिलों को भेज दिया है. जिलों स्तर से आवश्यकता अनुरूप किताब विद्यालयों को उपलब्ध करा दी गयी है. पहले चरण में कक्षा एक व दो की किताब तैयार की गयी थी. इस वर्ष कक्षा तीन से पांच तक की किताब तैयार की गयी है. जेसीइआरटी ने संताली, हो, खड़ीया, कुड़ुख व मुंडारी भाषा में किताब तैयार की है. नयी शिक्षा नीति में भी प्राथमिक कक्षाओं की पढ़ाई मातृभाषा में कराने पर जोर दिया गया है. राज्य में अब इस आधार पर स्कूलों में प्रथम चरण में जनजातीय भाषा में प्राथमिक कक्षा में पढ़ाई शुरू की गयी है.
जानजातीय भाषा में उन विद्यालयों में पढ़ाई शुरू की गयी है, जिसमें उस भाषा को बोलने वाले 70 फीसदी या उससे अधिक बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय में जनजातीय भाषा में पढ़ाई शुरू करने के पूर्व संबंधित विद्यालय की प्रबंध समिति और बच्चों के अभिभावकों की सहमति ली जाती है. अगर बच्चों के अभिभावक सहमति नहीं देते हैं, तो पढ़ाई शुरू नहीं होती है. उल्लेखनीय है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले खूंटी में मुंडारी, लोहरदगा में कुड़ुख, पश्चिमी सिंहभूम में हो, गुमला व सिमडेगा में खड़िया और साहिबगंज में संताली भाषा में पढ़ाई शुरू की गयी थी. इसके बाद और विद्यालयों में पढ़ाई शुरू की गयी.