Ranchi. झामुमो के महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि चंपाई सोरेन को लेकर छह महीने पहले से ही भाजपा साजिश कर रही थी. यह तो असम के मुख्यमंत्री व झारखंड के प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा ने तो अपने बयान में ही स्पष्ट कर दिया था कि वह पिछले छह महीने से लगातार चंपाई सोरेन के संपर्क में थे. आश्चर्य तो यह है कि जिस दल के साथ चंपाई दा की पार्टी का राजनीतिक संघर्ष था, उसी में जाना जनता से विश्वासघात है. भाजपा के चरित्र से पूरे देश के लोग वाकिफ हैं. झामुमो महासचिव ने कहा कि चंपाई के जाने से भाजपा ख्याली पुलाव पका रही है. जहां तक कोल्हान की बात है, तो झामुमो के सिंबल पर जीत होती है, किसी व्यक्ति विशेष का रोल नहीं होता. इसलिए पार्टी वहां आगे भी बेहतर करेगी.
झामुमो के वरिष्ठ विधायक मथुरा महतो ने कहा कि चंपाई सोरेन के साथ काम करने का पहले भी मौका मिलता रहा है. समझ नहीं आता है कि उन्होंने ऐसा निर्णय क्यों और कैसे लिया. उन्होंने भारी गलती की है. भविष्य में उन्हें अपने इस फैसले पर पछतावा होगा. झामुमो के एक और वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि चंपाई सोरेन ने गलत कदम उठाया है. उनके जाने से संगठन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. क्योंकि भाजपा में यह ताकत नहीं है कि वह झामुमो सरकार के कामकाज पर उंगली उठा सके.