Ranchi.झामुमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर पलटवार किया है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पीएम चुनावी मौसम में यहां आये हैं, तो निश्चित ही राज्य की माइनिंग रॉयल्टी का बकाया 1.36 लाख करोड़, सरना धर्म कोड और ओबीसी आरक्षण पर कुछ घोषणा करेंगे. यह झारखंड को उम्मीद थी, मगर इन सबका नाम तक नहीं लिया. यहां तक कि चंपाई सोरेन समेत पांच-पांच पूर्व सीएम भी अपने नेता से यह बात बुलवा नहीं सके. अब इन्हें आनेवाले दिनों में जनता को जवाब देना होगा, प्रधानमंत्री पूरी तरह से हताश और निराश दिखे. क्या-क्या बोल गये, उन्हें भी पता नहीं चलेगा.
सुप्रियो ने कहा कि पीएम ने डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की बात की. यह सिर्फ झारखंड के लिए नहीं है. ये देश के उन सभी राज्यों के जिलों के लिए है, जहां माइंस और मिनरल्स हैं. इन जिलों से जो रॉयल्टी आती थी, उसका सिर्फ नाम बदल कर डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट कर दिया. ये कोई बहुत चमत्कार की बात नहीं थी, जिसकी चर्चा की गयी. दूसरी बड़ी बात उन्होंने ये कही कि पीएम आवास योजना को फिर से शुरू करेंग. सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी ‘पोटो हो’ का नाम नहीं लिया था, जबकि वे 2012 से झारखंड आ रहे हैं. चूंकि सीएम हेमंत सोरेन ने ‘पोटो हो’ के नाम से युवा वर्ग के लिए योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को भी ‘पोटो हो’ का ख्याल आया. जब वे संताल जाते हैं, तो ‘फूलो-झानो’ के नाम से हमारी योजना के माध्यम से वे इन वीर क्रांतिकारी संताली महिलाओं से परिचित होते हैं.