Musabani. सुरदा तांबा खदान में परिचालन एक बार फिर चालू हो गया है, जबकि राज्य में केंदाडीह और राखा तांबा खदानें इस साल फिर शुरू हो सकती हैं. खदान मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आने वाली कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) के पास इन खदानों का स्वामित्व है. कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने सुरदा तांबा खदान का शुरू कराया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुरदा खदान में परिचालन दोबारा शुरू होना देश को तांबे के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
सरकार ने कहा कि सुरदा खदान चालू होने से बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा तथा हर साल लगभग 100 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा. एचसीएल की अगले सात वर्षों में तांबा खदान की खनन क्षमता को वर्तमान चार लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर नौ लाख टन प्रति वर्ष करने की योजना है. झारखंड मंत्रिमंडल ने हाल ही में केंदाडीह और राखा खदानों के लिए पट्टा विस्तार को मंजूरी दी है. खान मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘केंदाडीह और राखा खदानों को इस साल फिर से खोलने की योजना है, जिससे स्थानीय स्तर पर 2,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और 10,000 को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. एचसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक घनश्याम शर्मा ने कहा कि सुरदा खदान का परिचालन फिर से शुरू होने से करीब 1,100 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और करीब 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.