पटना. बिहार में मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सह बाहुबली छोटे सरकार उर्फ अनंत सिंह रविवार को विश्व प्रसिद्ध मेले में अपने घोड़े लाडला के साथ पहुंचे. अनंत सिंह का घोड़ा लाडला अब तक कई रेस जीत चुका है. यह घोड़ा छोटे सरकार के पास बीते पांच वर्षों से है. लाडला से सोनपुर मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका घोड़ा मेले की खूबसूरती बढ़ाने के लिए आया है, वह घोड़ा नहीं बेचेंगे. हालांकि, इस मेले में उत्तर प्रदेश से आए दो करोड़ का भैंसा भी लोगों को अपनी तरफ खींच रहा है. अनंत सिंह से मेले में आए भैंसे के खरीद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भैंसा उनके लायक नहीं है. वे पांच साल बाद सोनपुर मेले में आए हैं, अब मेले में बहुत कुछ बदल गया है. भैंसे को शराब नहीं मिलने के सवाल पर अनंत सिंह ने कहा कि जिसको पीना होगा वह किसी तरह पी लेगा. उनको देखने के लिए बढ़ रही भीड़ और उनके सुरक्षा कारणों से कुछ देर रुकने के बाद अनंत सिंह अपने दोनों बेटों के साथ पटना लौट गए.
भैंसे के मालिक रामजतन यादव को उम्मीद थी कि उनके भैंसे को छोटे सरकार के अलावा कोई और नहीं खरीद सकता है. उसने बताया कि एक दिन पहले मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी. उन्होंने राजा को देखा. उनका कहना कि मेरा भैंसा दो करोड़ रुपये से ज्यादा का है, जिसको सिर्फ अनंत सिंह ही खरीद सकते हैं. उनके अलावा बिहार में कोई दूसरा आदमी ये भैंसा नहीं खरीद सकता है. हालांकि, आज अनंत सिंह सोनपुर घूमने आये थे लेकिन उन्होंने भैंसा नहीं खरीदा. इससे भैंसे के मालिक को जरूर झटका लगा है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश से दो करोड़ पांच लाख रुपये कीमत का मुर्रा नस्ल का भैंसा सोनपुर मेले में आया है. इसका नाम राजा है. मेला में ये भैंसा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. लोग लाइन में लगकर इसके साथ सेल्फी ले रहे हैं लेकिन बिहार में शराबबंदी के कारण यह भैंसा सुस्त हो गया है. इसके मालिक ने बताया कि यह संतरा, गेहूं, दाल, चना, दलिया खाता है और घी पीता है. इसके साथ राजा को डेली दो बीयर भी दी जाती है. बिहार में शराबबंदी के कारण इसे बीयर नहीं मिल पा रहा है, जिससे भैंसा सुस्त हो गया है.