झारखंड सरकार के आदेश का अनुपालन नहीं करवा पा रहे हैं उपायुक्त एवं शिक्षा अधिकारी, बकाया फीस भुगतान न करने पर जमशेदपुर के कई निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऑनलाइन क्लास से निकाले जा रहे हैं नन्हे मुन्ने बच्चे , ऑनलाइन क्लास के दौरान खुलेआम बच्चे का नाम लेकर निकाले जाने की धमकी से शर्मसार है नन्हे मुन्ने बच्चे एवं अभिभावक, समय रहते ध्यान न दिया गया तो घट सकता है अप्रिय घटना, नामांकन कोटा के भय से तमाशबीन बने अधिकारी, मंत्री ,विधायक ,सांसद?
झारखंड सरकार के आदेश का अनुपालन ना तो निजी विद्यालय प्रबंधन कर रहे हैं और ना जिला प्रशासन के अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकार के आदेश का अनुपालन करा रही है जिसके कारण निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा बकाया स्कूल फीस के लिए तरह-तरह से अभिभावकों को प्रताड़ित किया जा रहा है l देखा गया है कि कुछ निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऑनलाइन क्लास के दौरान क्लास 1-2 के अबोध बच्चों को भी बकाया फीस ना देने पर निकाले जाने की धमकी दी जा रही है l सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि ऑनलाइन क्लास के दौरान बच्चे का नाम पुकार कर यह बताया जा रहा है कि कल से आपको ऑनलाइन क्लास नहीं करने दिया जाएगा अर्थात आपको रिमूव किया जाता है l करोना महामारी के दौरान कई लोगों की रोजी – रोजगार प्रभावित हुई है ऐसे में कई अभिभावक अपने पेट की आग बुझाने में भी समझौता कर रहे हैं ऐसे अभिभावक अपने बच्चों के आंख में आंख डालकर यह बताने में सक्षम नहीं है कि आपका फीस कब तक जमा किया जाएगा और रिमूव किए जाने के बाद कब आपका नाम स्कूल व्हाट्सएप ग्रुप में जुटे गा l जमशेदपुर के विधायक, सांसद, अधिकारी अपने करीबियों का नामांकन प्रभावित ना हो जाए इसीलिए संभवत निजी विद्यालय प्रबंधन पर सरकार के आदेश का अनुपालन का जवाब नहीं दे पा रहे हैं l नामांकन कोटा के भय से अगर नेता, अधिकारी, अभिभावकों के मजबूरी को समझ कर निजी विद्यालय प्रबंधन पर कार्रवाई नहीं कराएंगे तो संभवत शहर में अभिभावक अपने बच्चों से मुंह छिपाने के दौरान अप्रिय घटना का शिकार हो सकते हैं l
अतः झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ,शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मानव संसाधन सचिव ,पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त समेत अन्य जिले के उपायुक्त एवं शिक्षा अधिकारी झारखंड सरकार के आदेश का अनुपालन करा अभिभावकों को राहत देने का कार्य करने का यथाशीघ्र प्रयास करें ताकि बकाया फीस के चलते छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे का भविष्य खराब ना हो सके l