Ranchi. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से पहले अपनी बात रखी. उन्होंने भाजपा में शामिल होने की वजह बतायी. चंपाई सोरेन ने शुक्रवार को रांची में कहा कि खून-पसीना बहाकर हमने जिस संगठन को खड़ा किया, उस संगठन में मेरे साथ राजनीति हुई. मैंने तभी कह दिया था कि हम ऐसी पार्टी में नहीं रह सकते, जहां अपनी पीड़ा भी न बता सकें. एक बार मेरे मन में आया कि मैं राजनीति छोड़ दूं, संन्यास ले लूं. फिर सोचा कि नया संगठन बनाऊंगा. यह भी सोचा कि अगर कोई अच्छा साथी मिला, तो झारखंड की बेहतरी के लिए सक्रिय राजनीति करूंगा. मुझे साथी मिल गया. बड़ा दल मिल गया.
भारतीय जनता पार्टी की आज मैं सदस्यता ले रहा हूं. पहले जैसे झारखंड के लिए लड़ा था, उसी तरह से अब आदिवासियों के अस्तित्व की रक्षा की लड़ाई लड़ूंगा. जनमुद्दों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा. चंपाई सोरेन ने माना कि बांग्लादेशी घुसपैठ एक ज्वलंत मुद्दा है झारखंड में. उन्होंने कहा कि किसी और पार्टी में रहकर वह इस मुद्दे को नहीं उठा सकते थे. इसको रोकने के लिए कोई काम नहीं कर सकते थे. इसलिए उन्होंने भाजपा को चुना. कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर विश्वास है. झारखंड का विकास करना है.
चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासियों के अस्तित्व को बचाना है. मूलवासियों के अस्तित्व को बचाना है. झारखंड बड़ा धनी प्रदेश है. इस प्रदेश को हम संवारेंगे. यही मेरे मन में आया. काफी विचार-विमर्श करने के बाद अब मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहा हूं. चंपाई सोरेन ने कहा कि मैंने पहले ही तय कर लिया था कि जिस संगठन को मैंने खून-पसीने से सींचा, उस संगठन को तोड़ूंगा नहीं.