Jamshedpur. बिष्टुपुर गोपाल मैदान में संवाद-ए-ट्राइबल कॉन्क्लेव के पांचवें दिन नागपुरी म्यूजिकल बैंड की शानदार प्रस्तुति के साथ समापन हुआ. इस मौके पर गायक नितेश कच्छप और उनकी टीम ने अपनी कला प्रदर्शित की. उनकी प्रस्तुतियों में झारखंड की लोक संस्कृति और परंपरा की झलक स्पष्ट दिखायी दी. कार्यक्रम के दौरान नितेश ने अपने संगीत के जरिए जनजातीय समुदाय के इतिहास, संघर्ष और संस्कृति को भी उजागर किया.संवाद-ए-ट्राईबल कॉन्क्लेव के इस खास दिन ने दर्शकों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी, जिसे वे लंबे समय तक याद रखेंगे. संवाद में ट्राइबल हीलर्स और हैंडीक्राफ्ट मेकर्स ने अपनी पारंपरिक विरासत और हुनर को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए एकजुट होकर काम करने का फैसला लिया है. सम्मेलन के अंतिम दिन टाटा स्टील फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरव रॉय ने संवाद के लिए जमशेदपुर आने वाले सभी प्रतिभागियों और पहली बार हमारे साथ जुड़ने वाले लोगों को धन्यवाद दिया.
316 आदिवासी युवाओं ने संवाद फेलोशिप के लिए किया आवेदन
इस वर्ष 125 आदिवासी कारीगरों ने 53 स्टॉलों पर अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करके 40 लाख से अधिक की रिकॉर्ड बिक्री की है. राष्ट्रीय लघु फिल्म प्रतियोगिता में 15 जनजातियों और 11 राज्यों से 46 फिल्में आयी थी. इस वर्ष 316 आदिवासी युवाओं ने प्रतिष्ठित संवाद फेलोशिप के लिए आवेदन किया.