- सरायकेला-खरसावां उपायुक्त महोदय, नौकरी के लिए जमीन देने वाले आज दाने-दाने के मोहताज है, रोजगार मुहैया कराया जाय।
सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त से गम्हरिया प्रखंड के दुग्धा मौजा के रैयतों ने नौकरी दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपते हुए कहा साहब हम लोगों ने नौकरी के लिए कंपनी को जमीन दी थी, लेकिन अब कंपनी में हमे रोजगार नही दिया जा रहा है। परिवार के आजीविका के लिए जमीनदाता को रोजगार दिया जाय। उक्त बातें बल्लभ स्टील जमीनदाता स्वावलंबी कल्याण सहयोग समिति ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर गुहार लगाते हुए कही। जमीनदाताओ ने कहा दुग्धा मौजा में जूम बल्लभ स्टील कंपनी को जमीन दिया गया था। कंपनी के चालू होने पर बल्लभ स्टील ने 207 लोगो को नौकरी दिया था। वर्ष 2006 से 2012 तक काम चलने के बाद अचानक कंपनी बन्द हो गयी और रैयतदारो को नौकरी से निकाल दिया गया। जो आज दाने दाने के लिए मोहताज हैl इसी बीच
टाटा लांग प्रोडक्ट के द्वारा जूम बल्लभ स्टील कंपनी को अधिकरण कर एकरारनामा हुआ थाl जमीनदाताओं ने कहा की वर्ष 2019 में टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट कंपनी बल्लभ स्टील कंपनी को अधिग्रहण किया गया जिसमें कंपनी ने 115.24 एकड़ जमीन खरीदी। जमीन के हस्तांतरण के दौरान कंपनी व जमीनदाताओं के बीच 350 रैयतदारो को नौकरी देने का एकरारनामा हुआ लेकिन अब तक किसी को नौकरी नही दिया गया जिससे जमीनदाता भुखमरी की स्थिति में है। जमीनदाताओं ने डीसी से एकरारनामा के अनुसार योग्यता के आधार पर रैयतदारो को नौकरी मुहैया कराने की मांग की है। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री,एसपी व एसडीओ को भी सौंपा गया है। मौके पर समिति के अध्यक्ष बदन गोप,सचिव भोमरा माझी,संजय मंडल,विशु प्रधान,निर्मल महतो,हरेन प्रधान,पुष्पा टुडू,बबलू प्रधान व विश्वजीत प्रधान समेत अन्य उपस्थित थे।
गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इन जमीन दताओं की उम्मीदें जगी है, और एक बार फिर से नौकरी होने की आस लगाए बैठे हैंl देखना यह है कि जमीन दाताओं की वक्त के साथ-साथ तकदीर बदलती है या यूं ही जमीन दाता हाथ मलते रह जाएंगेl( photo – sanketik)
ए के मिश्र
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