जमशेदपुर : रविवार को हुई बारिश के बाद टाटा पावर द्वारा सैंड़ पौंड़ तथा पाइप से फ्लाई एश युक्त गंदा पानी छोड़े जाने से बाढ़ सी स्थिति उत्पन्न हो गई।
बामनगोड़ा मेन रोड़ स्थित घरों में गंदा पानी घुस गया। शुक्र है बारिश थम गई और जल स्तर कम हुआ तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन अब भी लोगों के घरों एवं आंगन में जल जमाव है। उधर दोपहर में पानी का तेज बहाव सड़क के ऊपर से होने से आवागमन प्रभावित हुआ।
स्थानीय निवासी दीपक कुमार ने कहा कि पच्चास सालों से भी ज्यादा समय से हम लोग यहां रह रहे हैं। कभी घरों में पानी नहीं घुसा लेकिन जब से टाटा पावर कंपनी स्थापित हुई धीरे – धीरे लोगों की परेशानी बढ़ते गई ।
एक के बाद एक बामनगोड़ा सफेद पहाड़ी क्षेत्र में सैंड पौंड बना और फ्लाई एश युक्त पानी को बारिश के बहाने बहाया जाने लगा ताकि कोई सीधे ऊंगली न उठा सके। लाखों ट्रक फ्लाई ऐश पानी में बहा दिया गया। पूरा पानी दूधिया हो गया था। यही फ्लाई एश युक्त पानी फसलों को नुक़सान पहुंचाएगा। मवेशियों के लिए जान लेवा बनेगा।
विगत दो वर्ष पूर्व भी रात में इसी तरह फ्लाई एश पानी छोड़े जाने से लोगों के घरों में पानी घुस गया था। अखबारों में खबरें छपी थी। कंपनी ने गलती माना और एक सप्ताह तक मजदूरों को भेजकर खेतों में जमा फ्लाई एश को काट – काटकर पानी में बहाया ताकि गलतियों पर पर्दा डाला जा सके। उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों की इस कदर गैर जिम्मेदाराना व्यवहार माफी के लायक नहीं है।
श्री कुमार का कहना है कि विगत वर्ष ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हुई थी तो एक विधायक जी आकर देख गये थे फिर रहस्यमय ढंग से चुप बैठ गये। सदन में भी सवाल उठा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।