Jaipur. टाटा पावर राजस्थान में छतों पर सौर संयंत्र लगाने और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने सोमवार को शुरू हुए राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन में कहा कि कंपनी के निवेश का उद्देश्य राजस्थान को बिजली अधिशेष वाला राज्य बनाना है.
उद्घाटन समारोह के बाद सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य के लिए टाटा पावर का स्वच्छ ऊर्जा खाका 2070 तक देश के शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य और देश में अगले स्वच्छ ऊर्जा केंद्र के रूप में उभरने की राज्य की महत्वाकांक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा.’’
टाटा पावर की पहल में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं. इसमें बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सौर, पवन और हाइब्रिड परियोजनाओं के साथ ‘रूफटॉप’ (छतों पर) सौर संयंत्र, पारेषण और वितरण तथा ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचा शामिल है. कंपनी ने बाद में बयान में कहा कि इस निवेश से 28,000 नौकरियां सृजित होने और राजस्थान के लोगों को चौबीस घंटे, स्वच्छ, किफायती बिजली मिलने की उम्मीद है. बयान में कहा गया है कि ‘घर-घर सौर पहल’ के तहत, टाटा पावर का 10 लाख घरों में छत पर सौर ऊर्जा प्रणालियां स्थापित करने का लक्ष्य है. कंपनी इसके लिए हर महीने लगभग 50,000 छतों पर सौर संयंत्र स्थापित करेगी.